स्विगी के लिए फूड डिलीवरी करता था, 48 घंटे में बन गया स्पिन गुरु, इस वर्ल्ड कप टीम को देगा ट्रेनिंग


चेन्नई: जो कल तक स्विगी के लिए डिलीवरी एक्जक्यूटिव की जॉब करता था उसकी किस्मत ने ऐसी पलटी मारी कि वह वनर्ड वर्ल्ड कप 2023 के लिए एक इंटरननेशनल टीम के सपोर्ट स्टाफ में शामिल कर लिया गया है। यह कहानी है 29 वर्षीय लोकेश कुमार की। फूड डिलीवरी करने के लगभग 48 घंटे बाद लोकेश खुद को नेट गेंदबाज के रूप में नीदरलैंड के सपोर्ट-स्टाफ का हिस्सा पाते हैं, जो अलूर में विश्व कप से पहले के शिविर में स्पिन के खिलाफ तैयारी में मदद करने की कोशिश कर रहे हैं।

लोकेश 2018 से फूड डिलीवरी का काम कर रहे हैं। उन्हें मंगलवार को डच टीम ने 4 नेट गेंदबाजों में से एक के रूप में चुना। उन्होंने सोशल मीडिया पर इस भूमिका के लिए विज्ञापन दिया था। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज से चाइनामैन बने लोकेश का चयन नीदरलैंड मैनेजमेंट की ओर से भारत के लगभग 10,000 गेंदबाजों के आकलन के बाद किया गया, जिन्होंने एक मोबाइल एप्लिकेशन पर वीडियो अपलोड करके अप्लाई किया था।

लोकेश ने इस बारे में कहा- यह मेरे करियर के सबसे अनमोल क्षणों में से एक है। मैंने अभी तक टीएनसीए थर्ड डिवीजन लीग में भी नहीं खेला है। लोकेश बुधवार को डच शिविर में शामिल हुए। उन्होंने बताया- मैंने चार साल तक पांचवें डिवीजन में खेला और मैंने मौजूदा सीजन के लिए चौथे डिवीजन संगठन इंडियन ऑयल (आरओ) एस एंड आरसी के लिए पंजीकरण कराया है। नीदरलैंड की ओर चुने जाने के बाद एक नेट गेंदबाज के रूप में मुझे लगता है कि आखिरकार मेरी प्रतिभा को पहचान मिल गई है।

उन्होंने टीम के व्यवहार को लेकर कहा- नीदरलैंड टीम के सदस्यों ने खुले हाथों से मेरा स्वागत किया। सत्र की शुरुआत से पहले नेट गेंदबाजों के लिए यह अद्भुद मौका था। खिलाड़ियों ने हमसे कहा कि बेझिझक, यह आपकी टीम है। मुझे पहले से ही लगता है कि मैं डच परिवार का हिस्सा हूं। लोकेश ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि वह शिविर के लिए जगह बना लेंगे। उन्होंने कहा- विज्ञापन देखने के बाद मैं इसे आजमाने के लिए उत्सुक था। मुझे लगा कि मुझे दूसरों पर बढ़त हासिल होगी, क्योंकि देश में ज्यादा चाइनामैन गेंदबाज नहीं हैं। नीदरलैंड एक रहस्यमयी स्पिनर की तलाश में था और मैंने उस बॉक्स पर टिक कर दिया।

उन्होंने कहा कि फूड डिलीवरी एक्जीक्यूटिव के रूप में काम करना अप्रत्यक्ष रूप से उन्हें एक क्रिकेटर के रूप में विकसित होने में मदद कर रहा है। उन्होंने कहा- मेरे कॉलेज के दिनों के बाद मेरा ध्यान क्रिकेट पर था। मैंने क्रिकेट पर चार साल बिताए। 2018 में मैंने नौकरी करने का फैसला किया। मैं पिछले चार वर्षों से स्विगी के साथ हूं। मैं केवल फूड डिलीवरी से पैसा कमाता हूं। मैं मेरे पास आय का कोई अन्य स्रोत नहीं है। काम का समय लचीला है और मैं जब चाहूं छुट्टी ले सकता हूं।
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