पंकज मिश्रा, हमीरपुर: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में पहली बार आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ाई करने आने वाले मासूमों को गर्म और स्वादिष्ट भोजन देने की तैयारी की गई है। डेढ़ हजार आंगनबाड़ी केंद्रों में 58 हजार से अधिक मासूमों का बचपन बीत रहा है। उन्हें कुपोषण से बचाने के लिए सरकार ने यह पहल की है। सरकार ने तीन साल से छह साल की उम्र के बच्चों को कुपोषण जैसी बीमारी से महफूज रखने के लिए बड़ा फैसला लिया है। बरसों पहले बंद हुए हॉट कुक्ड योजना को एक बार फिर से शुरू कराने के निर्देश दिए गए हैं। इस योजना के जरिए कुपोषण से निजात दिलाने की बड़ी कवायद होगी।
हमीरपुर जिले में बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के डेढ़ हजार आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हो रहे हैं। इन केंद्रों में 58720 बच्चे प्रतिदिन पढ़ने जाते हैं। शासन के निर्देश पर अब इन बच्चों को हर रोज गर्म भोजन मुहैया कराने की तैयारी में डिपार्टमेंट जुट गया है। इसके लिए डिपार्टमेंट की सीडीपीओ और मुख्य सेविकाओं के अलावा सम्बन्धित विभागों के कर्मचारी प्रशिक्षण ले रहे है। जिला कार्यक्रम अधिकारी शैलेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्रों में तीन से छह साल की उम्र के बच्चों को दिसम्बर महीने के पहले हफ्ते में गर्म भोजन देने की तैयारी की जा रही है।
डीपीओ ने कहा कि सभी मासूमों को हर रोज मेन्यू के हिसाब से गर्म और स्वादिष्ट भोजन दिया जाएगा। दरअसल, जिले में डेढ़ हजार से अधिक मासूम अति कुपोषित श्रेणी में हैं, जबकि 4968 बच्चे कुपोषण की बीमारी की गिरफ्त में हैं। इन्हें इस दायरे से निकालने की योजना पर काम किया जा रहा है।
हफ्ते में दो दिन बच्चों को मिलेगी स्वादिष्ट तहरी
बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी शैलेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्रों में तीन साल से छह साल की उम्र के मासूमों को गर्म भोजन दिया जाएगा। इसके लिए मेन्यू बनाया गया है। बताया कि सोमवार को रोटी, सोयाबीन की बड़ी युक्त मौसमी सब्जी खाने को मिलेगी वहीं मंगलवार को चावल, सब्जी युक्त दाल दी जाएगी। डीपीओ ने बताया कि बुधवार को मौसमी सब्जी और सोयाबीन की बड़ी युक्त स्वादिष्ट तहरी बच्चों को खाने के लिए दी जाएगी।
डीपीओ ने मेन्यू का विवरण देते हुए कहा कि गुरुवार को रोटी, सब्जीयुक्त दाल, शुक्रवार को मौसमी सब्जी एवं सोयाबीन की बड़ी युक्त तहरी बच्चों को मिलेगी। शनिवार को चावल और सब्जी युक्त दाल परोसी जाएगी। इसके साथ ही मौसमी फल और दूध भी मासूमों को मिलेगा।