नई दिल्ली: मणिरत्नम की पिछली फिल्में ‘पोन्नियिन सेलवन 1’ और ‘पोन्नियिन सेलवन 2’ ने न सिर्फ बॉक्स पर कमाल का प्रदर्शन किया, बल्कि यह भी बताया कि एक बेहतरीन सिनेमा कैसा होता है. वे फिल्मों में योगदान के लिए ‘इंडियन ऑफ द ईयर अवॉर्ड’ से सम्मानित हुए. उन्हें यह अवॉर्ड जावेद अख्तर के हाथों मिला, जो गीतकार के लिए भी गर्व और सम्मान की बात है. उन्होंने मंच पर फिल्मकेकर की खुलकर तारीफ की.
जावेद अख्तर अपने वक्तव्य की शुरुआत मणिरत्नम की तारीफ के साथ करते हैं. वे बोले, ‘आप मणिरत्नम जैसे बड़े फिल्ममेकर के बारे में क्या कह सकते हैं. यह दुनिया कन्वेयर बेल्ट की तरह है, जहां लोग आते-जाते रहते हैं. फिल्म इंडस्ट्री भी एक कन्वेयर बेल्ट जैसी है, जो तेजी से घूमती है. लेकिन, बहुत कम लोग होते हैं, जो अपना स्थिर मंच बना लेते हैं. वे लाइमलाइट में बने रहते हैं और बाकी लोग आते-जाते रहते हैं.’
मणिरत्नम की फिल्मों पर की बात
जावेद अख्तर आगे बोले, ‘मणिरत्नम ने अपना करियर साल 1983 में शुरू किया था. वे आज भी उतने प्रासंगिक हैं, जितने तब थे. ऐसा क्यों है? इंडस्ट्री में सफलता ज्यादा वक्त तक नहीं टिकती, लेकिन उनके साथ बनी रहती है जो अपने काम से लोगों का सम्मान हासिल करते हैं. लोगों के दिलों में बसे रहते हैं. उनके पास कुछ ऐसा होता है, जो बाकियों के पास नहीं होता. उन्होंने सिनेमा में ऐसा काम किया जो हमने कभी नहीं देखा था.’
मणिरत्नम ने 1983 में अपना करियर शुरू किया था.
मणिरत्नम को जानना जावेद अख्तर के लिए गर्व की बात
गीतकार आखिर में कहते हैं, ‘हमें अपनी तकनीकी कुशलता पर गुमान था. उन्होंने अपने काम से हमें अनपढ़ बच्चों जैसा एहसास कराया. लोग आज भी उनसे और उनके काम से प्रभावित होते हैं. मुझे गर्व है कि मैं उन्हें जानता हूं.’
मणिरत्नम ने जावेद अख्तर से स्क्रीनप्ले लिखने का किया अनुरोध
मणिरत्नम ने जावेद अख्तर के साथ-साथ ‘सीएनएन न्यूज18’ का आभार जताया और गीतकार से खास अनुरोध किया. वे बोले, ‘उन्होंने जो कुछ भी कहा है, वह उन पर लागू होता है, न कि मुझ पर. वे काफी मजबूत आदमी हैं. सर, मेरा अनुरोध कि आप वापसी करें और फिल्म की स्क्रिप्ट लिखें. आपकी जरूरत इस दौर में ज्यादा है, जहां सिर्फ नंबरों की बातें की जा रही हैं. मुझे लगता है कि हमें जावेद साहब की जरूरत है.’
जावेद अख्तर का अयोध्या राम मंदिर पर बेबाक बयान
जावेद अख्तर फिलहाल अयोध्या राम मंदिर और इस पर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर अपने बयान की वजह से सुर्खियों में हैं. उन्होंने नास्तिक होने के बावजूद राम मंदिर के निर्माण का समर्थन किया और इसे भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा बताया. बता दें कि जावेद अख्तर हिंदी सिनेमा में अपने योगदान के लिए 5 नेशनल अवॉर्ड जीत चुके हैं. उन्हें भारत सरकार ने साल 1999 में पद्मश्री और साल 2007 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया था.
.
Tags: Javed akhtar
FIRST PUBLISHED : January 10, 2024, 22:07 IST