रजत भट्ट/ गोरखपुर. कहा जाता है हाथ में हुनर हो तो आदमी कभी भी और कहीं भी कमाई कर सकता है. कुछ ऐसी ही कहानी शहर के समरेश श्रीवास्तव की है, जिनके हाथों में कुकिंग का कमाल है. खुद का बिजनेस लॉस हुआ तो इसी कुकिंग के सहारे अपनी गाड़ी को फूड वैन बनाया. आज इसी से अपना और अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे है.
समरेश गोरखपुर यूनिवर्सिटी के सामने अपनी मारुति 800 में खाने-पीने का सेटअप लगाकर इसी से कमाई करते हैं. समरेश बताते हैं कि उनका ये सफर 2 साल पहले शुरू हुआ. डिस्ट्रीब्यूटरशिप के काम में लाखों रुपए डूबने के बाद उन्होंने कुकिंग का काम शुरू किया. कुकिंग उन्हें पहले से आती थी तो खुद से ही राजमा चावल, छोले चावल, इटली सांभर और फ्राइड राइस बनाना शुरू किया. अब घर से यह सब बना कर लाते हैं और अपनी गाड़ी में बेचते हैं. पिछले दो साल से इसी से उनके परिवार का पालन पोषण चल रहा है.
मैसेज कर बुलाते हैं कस्टमर
समरेश बताते हैं कि 11 बजे वह अपनी गाड़ी यूनिवर्सिटी के सामने लगा देते हैं. उनके कुछ कस्टमर ऐसे हैं जो उनके व्हाट्सएप पर जुड़े हैं. इसमें करीब 50 से 60 ऐसे कस्टमर हैं, जिनको वह दुकान लगाते ही बस मैसेज कर देते हैं- हेल्लो मैं आ गया हूं, इसके बाद कस्टमर्स की भीड़ लगने लगती है. समरेश कहते हैं कि अपने हाथों से यह सब कुछ तैयार करते हैं, इसीलिए कस्टमर चले आते हैं. दाम की बात करें तो 20 से शुरू होकर 60 रुपए तक हैं.
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FIRST PUBLISHED : September 15, 2023, 13:53 IST