महेंद्र गुप्ता, मुंबई : विराट कोहली ने विजयी छक्का लगाकर जैसे ही भारत को बांग्लादेश के खिलाफ 7 विकेट से जीत दिलाई, पूरे स्टेडियम में कोहली-कोहली के नारे लगने लगे। इसी दौरान कुछ दर्शक एक खास शख्स की तरफ दौड़ पड़े। उसके साथ सेल्फी लेने के मकसद से। यह शख्स पूरी तसल्ली के साथ अपने एक-एक फैन को सेल्फी लेने दे रहा है। किसी को नहीं पता कि इस शख्स ने पिछले 12 घंटे से कुछ भी नहीं खाया है। मैच खत्म होने के बाद भी उसे खाने की जल्दी नहीं है। वह भागकर फूड स्टॉल पर रखी कुछ स्टिक्स लाता है और तिरंगे झंडे के डंडे को लंबा कर उसे फहराने में मगन हो जाता है। फिर शंख बजाता है। इसके बाद वड़ा पाव से टूटता है इस शख्स का ‘मैच व्रत’। हम बात कर रहे हैं सचिन तेंडुलकर और क्रिकेट के सबसे बड़े फैन सुधीर गौतम की। सुधीर ने एनबीटी को बताया कि इस वर्ल्ड कप में जिस दिन भारत का मैच होता है, उस दिन वे अपने शरीर पर पेंट कराने के बाद से मैच खत्म होने तक कुछ भी नहीं खाते। वे इसे तिरंगे के लिए अपना व्रत मानते हैं।
भारत-बांग्लादेश के गुरुवार को पुणे में हुए मैच के बाद टीम इंडिया को स्टेडियम से वापस होटल ले जा रही बस को सुधीर तिरंगा दिखाकर रवाना नहीं कर पाए, क्योंकि पुलिस ने उन्हें रोक दिया। वे हर मैच में ऐसा करते हैं, उसके बाद खाना खाते हैं। लेकिन पुणे में ऐसा न कर पाने का उन्हें अफसोस है। उन्होंने पुलिस के प्रति अपनी नाराजगी भी जताई।
इसलिए झुकाते हैं सिर
सुधीर ने अपने सिर के ऊपर वर्ल्ड कप की एक डमी ट्रॉफी बांधी है। इसे उन्होंने कपड़े की सफेद पट्टी के सहारे बांधा है। ट्रॉफी हिले-डुले न, इसके लिए उन्होंने इसे काफी चुस्त कसा है। इतना चुस्त कि जब वे मैच के बाद कपड़ा हटाते हैं, तो उनके जबड़े छिले हुए मिलते हैं। कपड़ा बंधा होने के कारण सुधीर मुश्किल से बोल पाते हैं। उनका नियम है कि वे इस ट्रॉफी को उसी जगह पर अपने सिर से हटाएंगे, जहां मैच शुरू होने से पहले उन्होंने इसे बांधा था। उन्होंने अपने सिर पर पेंट से भारत का नक्शा बनवाया है। जब भी कोई उनके साथ फोटो लेता है, तो वे अपने चेहरे की जगह अपना सिर आगे की ओर करते हैं, ताकि भारत का नक्शा दिख सके।
पुणे का मैच खत्म होने के बाद ही सुधीर ने भारत के अगले मैच के लिए धर्मशाला जाने की तैयारी शुरू कर दी, ताकि टीम इंडिया की प्रैक्टिस देख सकें। रात में ही उनकी दिल्ली के लिए फ्लाइट थी। फ्लाइट न छूट जाए, इस कारण सुधीर जल्दी में थे। इसके बावजूद उन्होंने किसी को अपने साथ सेल्फी लेने से इनकार नहीं किया। जब लोग ज्यादा हो जाते हैं, तो एक साथ झुंड में 10-10 लोगों को अपने साथ सेल्फी लेने को कहते हैं। कदम-कदम पर उन्हें उनके चाहने वाले मिलते हैं।
एक ही सवाल ‘आपका खर्च कैसे चलता है?’
अकसर लोग सुधीर से सवाल करते हैं कि उनका खर्च कौन उठाता है। सुधीर इसके जवाब में कहते हैं कि देश में यदि कोई मैच हो, तो उनके दोस्त खर्च उठाते हैं और यदि भारत से बाहर मैच है, तो ज्यादातर सचिन तेंडुलकर प्रबंध करते हैं। सुधीर कहते हैं कि वे किसी से मदद मांगते नहीं हैं, लोग आगे बढ़कर उनके लिए मदद ऑफर करते हैं। जब क्रिकेट मैच नहीं होता, तो सुधीर थोड़े पैसे जमा करने के लिए या तो कोई काम कर लेते हैं या फिर किसी दोस्त से मिलने चले जाते हैं। सुधीर के उन सभी देशों में दोस्त हैं, जहां-जहां भारतीय टीम क्रिकेट मैच खेलने जाती है।