अमरेन्द्र तिवारी, मुजफ्फपुर। मोतीपुर में विकसित हो रहा मेगा फूड पार्क अदाणी समूह व बीकानेर समूह की पंसद बन गया है। बिहार बिजनेस कनेक्ट-2023 में शामिल होने आए निवेशकों ने करीब 50 हजार करोड़ के निवेश की सहमति दी है। इसमें सबसे ज्यादा मेगा फूड पार्क के लिए है।
बियाडा से मिली जानकारी के अनुसार, 144 एकड़ का मोतीपुर मेगा फूड पार्क पूर्वी भारत का सबसे बड़ा फूड पार्क है। भीतर के भूखंडों के लिए आवेदन मिल रहे हैं।
अदाणी समूह, बिट्रेनिया, पारले जी व अनमोल समूह ने यहां पर अपनी यूनिट लगाने का प्रस्ताव दिया है। इसके साथ की बियाडा की ओर से वहां पर आधारभूत संरचना विकसित करने का काम चल रहा है।
बियाडा के मुजफ्फरपुर क्षेत्रीय कार्यालय के अंतर्गत छह जिले मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, सिवान व वैशाली में उद्योग के विकास के लिए निवेशकों से संपर्क किया जा रहा है।
मेगा फूड पार्क में स्नैक्स, स्वीट्स व नमकीन, आटा, सीड प्रोसेसिंग, फ्लावर मिल आदि के लिए निवेशक आ रहे है।
अलग-अलग जगह पर बन रहा औद्योगिक क्षेत्र
बियाडा के पास मोतीपुर में 905.57 एकड़ जमीन है। अलग-अलग जगह पर औद्योगिक इलाके का विकास हो रहा है। इसमें महवल, दामोदरपुर, डुमरिया, पानापुर, विशुनुपुर धर्म, बरियारपुर फेज वन, फेज टू और फेज तीन जगन्नाथपुर कुरा शामिल है। चीनी मिल की जमीन को औद्योगिक इलाके के लिए चयन किया गया है। यहां पर बियाडा की ओर से आधारभूत संरचना का विकास किया जा रहा है।
इस कारण निवेशकों की पंसद बना
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जमीन कम दर पर मिलने से मोतीपुर इंडस्ट्रीयल एरिया बड़े उद्योगपतियों को आकर्षित कर रहा है। इसकी मुख्य वजह बड़ा प्लॉट मिलने के साथ सस्ती जमीन भी है।
मोतीपुर में सात अलग-अलग जगहों को इंडस्ट्रीयल एरिया के रूप में विकसित किया जा रहा है। सभी एरिया में जमीन मात्र 44 से 62 लाख रुपये प्रति एकड़ है। फोरलेन के किनारे रहने से यातायात की सुविधा है।
चहारदीवारी व वेयर हाउस का चल रहा निर्माण
मोतीपुर स्थित मेगा फूड पार्क का निर्माण कार्य चल रहा है। यहां सड़क, नाला, स्ट्रीट हाउस के अलावा दो मंजिल का एक कार्यालय, गेस्ट हाउस प्रस्तावित है। इसके साथ दो वेयर हाउस बनेंगे।
इसकी क्षमता कुल 10,000 मीट्रिक टन की होगी। दो कोल्ड स्टोरेज बनाने की भी योजना है। यह 1.50 लाख वर्गफीट की बननी है। इनकी स्टोरेज क्षमता 10 हजार मीट्रिक टन होगी।
जानकारी के अनुसार खाद्य उत्पादों को सुरक्षित रखना उद्यमियों के लिए बड़ी समस्या रही है। इसलिए वेयर हाउस और कोल्ड स्टोरेज बन जाने पर वे अपना कच्चा माल और उत्पादित माल दोनों को स्टोर कर पाएंगे और मांग के अनुसार उसका निर्यात कर पाएंगे।
यहां लीची के लिए पैकिंग हाउस बनाने की भी योजना है, जिसकी क्षमता छह मीट्रिक टन प्रति बैच होगी। इस पैकिंग हाउस के खुल जाने से लीची के किसानों को इसका लाभ मिलेगा।
उद्यमी विक्रम कुमार विक्की ने कहा कि मोतीपुर में फूड पार्क बनने से आने वाले दिन में यह मजबूत क्षेत्र होगा। यहां केला पकाने का सेंटर भी रहेगा।
किस एरिया में कितनी जमीन
एरिया | रकबा (एकड़ में) |
डुमरिया | 40.39 |
पानापुर | 27.78 |
विशुनपुर धर्म | 17.63 |
कोररा | 32.86 |
महवल | 92.07 |
दामोदरपुर बरियारपुर |
208.61 487.23 |
(नोट — कुल जमीन का रकबा 905.57 एकड़)
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