National Commission for Protection of Child Rights ने यू-ट्यूब को एक नोटिस भेजा. ये मामला उसके प्लेटफ़ॉर्म पर नाबालिग़ों से जुड़े वीडियो अपलोड करने से जुड़ा है .जिसमें POCSO क़ानूनों के उल्लंघन का इल्ज़ाम लगा. आरोप ये भी हैं कि बच्चों के कुछ भद्दे वीडियो तक पोस्ट किए गए, जिससे बच्चों की मानसिक स्थिति पर ग़लत असर पड़ सकता है.