लोहड़ी 2024: पारंपरिक मान्यताओं के साथ सेहत के लिए भी बहुत लाभकारी है ये त्योहार, कैसे? यहां जानिए


देश के कई हिस्सों में शनिवार तो कहीं रविवार को लोहड़ी का पर्व मनाया जा रहा है। इस समय घरों में रबी की फसल कटकर आती है, ऐसे में नई फसल की खुशी और अगली बुवाई की तैयारी से पहले इस त्योहार को धूमधाम मनाया जाता है। शाम को अलाव के चारों ओर इकट्ठा होकर लोग पारंपरिक लोक गीत गाते और नृत्य करते हुए अग्नि की प्रार्थना करते हैं। धन-धान्य की प्रचुरता और समृद्धि की प्रार्थना करते हुए आग में तिल, मूंगफली, पॉपकॉर्न डालते हैं और प्रसाद बांटते हैं। पर क्या आप जानते हैं कि पारंपरिक मान्यताओं के साथ सेहत के लिहाज से भी ये त्योहार काफी महत्वपूर्ण माना जाता है।

लोहड़ी के उत्सव में अलाव जलाई जाती है, जो जनवरी में पड़ रही कड़ाके की ठंड से शरीर की सुरक्षा का भी प्रतीक है, साथ ही उत्सव में बांटे जाने वाले प्रसाद को सेहत के लिए कई प्रकार से लाभकारी माना जाता है। आइए इस बारे में जानते हैं।

मक्के के लावे बहुत फायदेमंद

लोहड़ी के त्योहार में आग में मक्के के लावे (पॉपकॉर्न) डाले जाते हैं और इसे प्रसाद के रूप में भी वितरित किया जाता है। फाइबर से भरपूर होने के साथ पॉपकॉर्न में फेनोलिक एसिड भी होता है, जो एक प्रकार का एंटीऑक्सीडेंट है। इसके अलावा, पॉपकॉर्न एक साबुत अनाज है और इस प्रकार के खाद्य पदार्थों को मधुमेह, हृदय रोग और उच्च रक्तचाप के खतरे को कम करने वाला माना जाता है। मक्के में मौजूद फाइबर की मात्रा पाचन स्वास्थ्य को ठीक रखने में बहुत लाभकारी मानी जाती है।

मूंगफली हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद

प्रसाद में मूंगफली भी बांटी जाती है, इसे भी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद पाया गया है। मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसेचुरेटेड फैट से भरपूर मूंगफली हृदय के लिए फायदेमंद होती है। बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने और हृदय रोगों से सुरक्षा के लिए के स्वास्थ्य विशेषज्ञ सभी लोगों को आहार में मूंगफली को शामिल करने की सलाह देते हैं।  मूंगफली में रेस्वेराट्रॉल जैसे एंटीऑक्सीडेंट का भी उच्च स्तर होता है जो हृदय स्वास्थ्य को ठीक रखने में आपके लिए विशेष लाभकारी है।

गुड़ और मूंगफली की चिक्की

गुड़-तिल और मूंगफली से तैयार चिक्की से शरीर को आवश्यक मात्रा में शुगर और फैट की प्राप्ति होती है, ये सर्दियों में शरीर को ऊर्जा प्रदान करती है। इसमें तिल और मूंगफली होते हैं, जो स्वस्थ वसा, प्रोटीन और फाइबर का अच्छा स्रोत माने जाते हैं। चिक्की विशेषतौर पर गुड़ से बनाई जाती है और गुड़ को कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ के लिए जाना जाता है। आयरन और कैल्शियम के साथ कई खनिजों से युक्त गुड़ को चीनी का स्वस्थ विकल्प भी माना जाता है।

तिल और गुड़ के लड्डू बहुत लाभकारी

लोहड़ी का उत्सव तिल और गुड़ के लड्डू के बिना अधूरा है, स्वाद के साथ सेहत के लिए भी ये बहुत लाभकारी है। तिल स्वस्थ वसा, प्रोटीन, फाइबर और विभिन्न खनिजों से भरपूर होता हैं। तिल को कैल्शियम का भी उत्कृष्ट स्रोत माना जाता हैं, जो हड्डियों के स्वस्थ रखने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसके अलावा गुड़ में मौजूद आयरन, मैग्नीशियम और अन्य आवश्यक खनिज स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी होते हैं। 

————–

नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है। 

अस्वीकरण: अमर उजाला की हेल्थ एवं फिटनेस कैटेगरी में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को अमर उजाला के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। अमर उजाला लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *