Dentist Conference in Indore: देश के 50 से 60 प्रतिशत बच्चों में डेंटल कैविटी, जंक फूड भी इसका एक बड़ा कारण – Dentist Conference in Indore 50 to 60 percent of children in the country have dental cavity junk food is also a major reason for this


Dentist Conference in Indore: इंदौर के ब्रिलियंट कंवेंशन सेंटर में इंडियन डेंटल एसोसिएशन की 41वीं आइडीए एमपी स्टेट डेंटल कांफ्रेंस को डा. हर्षल शाह ने किया संबोधित।

Publish Date: Sat, 20 Jan 2024 06:21 PM (IST)

Updated Date: Sat, 20 Jan 2024 06:21 PM (IST)

Dentist Conference in Indore: देश के 50 से 60 प्रतिशत बच्चों में डेंटल कैविटी, जंक फूड भी इसका एक बड़ा कारण
कांफ्रेंस में मौजूद मंत्री विजयवर्गीय एवं डाक्टर।

HighLights

  1. आज के समय में खराब खान-पान की आदत के कारण डेंटल कैविटी बच्चों में देखने को मिल रही है।
  2. जागरूकता की कमी के कारण बच्चों के दांतों में जब तक दर्द नहीं होता, स्वजन डाक्टर के पास नहीं ले जाते।
  3. कांफ्रेंस में मांग उठी- तंबाकू और उससे बनने वाले उत्पादों पर सरकार टैक्स बढ़ाएं। तंबाकू नियंत्रण एक्ट का सख्ती से पालन हो।

Dentist Conference in Indore: नईदुनिया प्रतिनधि, इंदौर। भारत के 50 से 60 प्रतिशत बच्चों में किसी न किसी प्रकार की डेंटल कैविटी है। आज के समय में खराब खान-पान की आदत के कारण डेंटल कैविटी बच्चों में देखने को मिल रही है। इसका एक कारण जंक फूड भी है। आजकल ज्यादातर स्वजन बच्चों को जल्दी खाना खिलाने के लिए मोबाइल या टीवी पर कार्टून दिखाकर खिलाते हैं। इस वजह से बच्चे का सारा ध्यान स्क्रीन पर होता है और वह ठीक प्रकार से खाना चबाता नहीं है या मुंह में भरकर रखते हैं। इस वजह से बच्चों में बेहद कम उम्र में दांतों से संबंधित समस्या बढ़ रही है।

यह बात शनिवार को ब्रिलियंट कंवेंशन सेंटर में इंडियन डेंटल एसोसिएशन की 41वीं आइडीए एमपी स्टेट डेंटल कांफ्रेंस के दौरान डा. हर्षल शाह ने कही। उन्होंने कहा कि जागरूकता की कमी के कारण बच्चों के दांतों में जब तक दर्द नहीं होता, स्वजन डाक्टर के पास नहीं ले जाते हैं। जबकि बच्चे को एक वर्ष की आयु होने पर डाक्टर के पास जरूर ले जाना चाहिए। कांफ्रेंस में मुख्य अतिथि के रूप में नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और विधायक मालिनी गौड़ शामिल हुई। वहीं डा. पलाश दीक्षित को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड देकर नवाजा गया है। इस दौरान साइंटिफिक चेयरपर्सन डा. मधु रात्रे, डा. रोली श्रीवास्तव, स्टेट सेक्रेटरी डा. विवेक चौकसे और चेयरपर्सन रजिस्ट्रेशन डा. कृतिका मिश्रा आदि मौजूद थे।

डाक्टरों ने किया तंबाकू उत्पादों पर टैक्स बढ़ाने का निवेदन

मध्य प्रदेश में तंबाकू से होने वाले मुंह के कैंसर के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इसे लेकर कांफ्रेंस में इंडियन डेंटल एसोसिएशन द्वारा मंत्री विजयवर्गीय से निवेदन किया गया कि वे तंबाकू और उससे बनने वाले उत्पादों पर टैक्स बढ़ाएं। साथ ही तंबाकू नियंत्रण एक्ट का सख्ती से पालन किया जाए। इससे लोगों के स्वास्थ्य की स्थिति बेहतर हो पाएगी और सरकार तंबाकू जनित बीमारियों के इलाज पर जो पैसे खर्च करती है, उसका सदुपयोग दूसरे जनहित के कार्यों में हो पाएगा।

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गर्भवती महिलाओं के लिए शुरू किया अभियान

स्टेट प्रेसिडेंट डा. मनीष वर्मा ने बताया कि एसोसिएशन और कामन वेल्थ डेंटल एसोसिएशन ने मिलकर गर्भवती महिलाओं के लिए भी अभियान शुरू किया है। गर्भवती महिलाओं में अक्सर मसूड़ों में समस्या होने से मिसकैरेज होने का खतरा रहता है। इस बारे में जागरूकता लाने के लिए विगत एक वर्ष से काम कर रहे हैं।

कई राज्यों के विशेषज्ञ हुए शामिल

आर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी डा. प्रशांति रेड्डी ने बताया कि डेंटिस्ट्री-सेपिंग स्माइल्स चेंजिंग लाइव्स थीम पर हो रही इस कांफ्रेंस की कमेटी की सभी 65 सदस्य महिलाएं हैं। इसमें 18 नेशनल लेवल के की-नोट स्पीकर और छह गेस्ट स्पीकर शामिल होने आए हैं। इसमें दिल्ली, महाराष्ट्र, बेंगलुरु, गुजरात आदि राज्यों के विशेषज्ञ भी शामिल हैं। कांफ्रेंस सेक्रेटरी डा. सुपर्णा गांगुली ने बताया कि बच्चों के क्राउन लगने से जुड़ी और रूट कैनाल इलाज को लेकर वर्कशाप हुई है। यह पीडियाट्रिक डेंटिस्ट्री में सबसे लेटेस्ट कैप माने जाते हैं।

दिखता चाइनीज बोलता हूं हिंदी, इसलिए मिला बालीवुड में काम – डा. लियाओ

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कांफ्रेंस में आए डेंटल सर्जन और बालीवुड एक्टर डा. सीएच लियाओ ने बताया कि मेरे पूर्वज चाइना के हैं, लेकिन मेरा जन्म जबलपुर में हुआ है। मेरी बाडी की पैकिंग चाइना के लोगों की तरह है, पर मैं हूं इंडियन। मेरी यही खूबी मुझे बालीवुड में काम दिलाती है। मेरी तरह एकदम शुद्ध हिंदी बोलने वाला चाइनीज मिलना मुश्किल है। मैं बालीवुड में शौकिया तौर पर गया था। वर्ष 2016 में एक अखबार में आया था कि सलमान खान की अगली मूवी में चाइनीज कलाकारों की जरूरत हो सकती है। मैंने उन्हें अपने फोटोग्राफ भेजे तो, आडिशन का एक वीडियो भेजने के लिए कहा। 10 दिन के अंदर मूवी सेट पर था, जिसे कबीर खान डायरेक्टर कर रहे थे। साथ ही बताया कि ऐसा कई बार होता है कि फिल्म के सेट पर लोग इलाज करवाने के लिए आते हैं। मैंने फिल्म ट्यूबलाइट के बाद पलटन, यमला पगला दीवाना फिर से, वाह जिंदगी, मेड इन चाइना, मलयालम फिल्म उंडा, हालीवुड फिल्म जेड में काम किया। इसके अलावा कई वेब सीरीज में भी काम करने का मौका मिला है।


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