मथुरा। शहर कोतवाली के महोली रोड स्थित रॉयल कृष्णा होटल में बुधवार को आगरा के एक ऑटो पार्ट्स कारोबारी का शव फंदे पर लटका मिला। शव के पास दो पन्नों का सुसाइड नोट भी मिला, जिसमें दो नामजदों पर 20 लाख रुपये उधार होने का जिक्र है। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिवार वालों को सौंपा। इधर, कारोबारी के संबंध में आगरा के फतेहाबाद थाने में पहले से गुमशुदगी दर्ज थी।
फतेहाबाद निवासी संजीव कुमार गुप्ता (50) पुत्र श्रीराम प्रसाद गुप्ता इलाके में ही ऑटो पार्ट्स की दुकान चलाते थे। मंगलवार को वह रॉयल कृष्णा होटल पहुंचे और कमरा नंबर 103 बुक किया। बुधवार सुबह ही कमरा खाली करने की बात स्टाफ को बताई। सुबह 11 बजे तक कमरे का दरवाजा न खुलने पर स्टाफ ने उनको आवाज लगाई, लेकिन अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। होटल स्टाफ ने पुलिस को सूचना दी। कोतवाली पुलिस ने दरवाजा तोड़ कमरे में प्रवेश किया तो संजीव का शव बाथरूम के हैंगर में लगे फंदे पर लटका मिला।
तत्काल उनके परिवार वालों को सूचना देते हुए शव पोस्टमार्टम को भेजा। दोपहर एक बजे परिवार वाले पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। मृतक की पत्नी के भाई देवेंद्र गुप्ता ने बताया कि 18 सितंबर को संजीव वृंदावन घूमने की बात कहकर घर से निकले थे। 19 की शाम चार बजे उनकी आखिरी बार परिवार से फोन पर बात हुई। इसके बाद फोन बंद हो गया। परिवार ने इस संबंध में फतेहाबाद थाने में गुमशुदगी भी दर्ज कराई थी।
सुसाइड नोट में 20 लाख की उधारी का जिक्र
सुसाइड नोट में संजीव ने 20 लाख रुपये बैंक व परिचितों से उधार लेकर अपने परिचित सुभाष त्यागी और नवल सिंह को देने का जिक्र किया है। लिखा है कि उनके द्वारा पैसे वापस नहीं किए जा रहे हैं। जबकि बैंक और परिचित उनसे पैसे मांग रहे हैं। उनका पैसा न चुका पाने के कारण मैं मानसिक तनाव में हूं।
परिवार से छुपा रखा था उधारी का राज
संजीव गुप्ता के परिवार में उनकी पत्नी पूनम गुप्ता, बेटी आयुषी, युक्ति और बेटा अगम है। संजीव के साले देवेंद्र गुप्ता ने बताया कि जीजा द्वारा कभी भी परिवार को उधारी के संबंध में कुछ नहीं बताया था। सुभाष त्यागी और नवल सिंह से भी परिवार वाले परिचित नहीं हैं। आत्महत्या के संबंध में थाना फतेहाबाद में पूर्व में दर्ज कराई गुमशुदगी को ही आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने के मुकदमे में तरमीम करने को तहरीर दी गई है। सुसाइड नोट और पोस्टमार्टम रिपोर्ट को इसका आधार बनाया गया है।
शव पोस्टमार्टम के बाद परिवार वालों को सौंप दिया है। मुकदमे संबंधी कार्रवाई आगरा पुलिस द्वारा की जा रही है। वहां की पुलिस अगर कोई सहयोग मांगेगी तो जरूर किया जाएगा।
– अभिषेक तिवारी, सीओ सिटी