जीजा और साले की मौत के बाद बिलखते परिजन। संवाद
शिवली (कानपुर देहात)। थानाक्षेत्र के रूरा-शिवली रोड पर बुधवार को तेज रफ्तार कार ने बाइक सवार जीजा-साले को टक्कर मार दी। इससे बाइक सवार खड्ड में जा गिरे। मौके पर ही दोनों की मौत हो गई।
वहीं, कार पलट जाने से गाड़ी चला रहे जल निगम के अवर अभियंता मामूली रूप से घायल हो गए। सीएचसी में उनका उपचार कराया गया। पुलिस ने तहरीर मिलने पर रिपोर्ट दर्ज करने की बात कही है।
कानपुर के थाना शिवराजपुर हंसीनिवादा निवासी अनुजपाल (35) बुधवार को अपने जीजा रूरा थाना क्षेत्र के दम्मूपुरवा के अवधेश (45) के पास भैंस खरीदने आया था। भैंस खरीदकर जीजा साले उसे लोडर में लादकर शिवराजपुर ले जा रहे थे। रूरा-शिवली मार्ग पर दोनों बाइक से लोडर के पीछे चल रहे थे।
मकरंदपुर गांव के पास शिवली की तरफ से आ रहे तेज रफ्तार कार सवार जल निगम के अवर अभियंता हर्षप्रिय ने अनियंत्रित होकर जीजा साले की बाइक में टक्कर मार दी। इससे बाइक सवार दोनों लोग खड्ड में जा गिरे। इससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। कार पलटने से चालक अवर अभियंता हर्षप्रिय भी मामूली घायल हो गए। जिनका सीएचसी में इलाज कराया गया।
वह शिवली थाना क्षेत्र में जल निगम की ओर से कराए जा रहे कार्य का निरीक्षण करने जा रहे थे। हादसे की सूचना मिलते ही दरोगा मोहम्मद हासिक पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। जीजा साले की मौत पर परिजनों का रो रोकर बुरा हाल हो गया। इंस्पेक्टर शिवनारायन सिंह ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। तहरीर मिलने पर रिपोर्ट दर्ज की जाएगी।
जीजा की सलाह से ही काम करता था अनुज
कानपुर के थाना शिवराजपुर हंसीनिवादा निवासी अनुज पाल का जीजा अवधेश से विशेष स्नेह था। वह जीजा की सलाह से ही काम करता था। अनुज के कहने पर अवधेश ने गांव में एक भैंस उसके लिए पसंद की थी। इसे खरीदने के लिए बुधवार को अनुज बहन के घर आया था।
भैंस को लोडर में लदवाने के बाद अवधेश साले के साथ उसे छोड़ने शिवराजपुर जा रहा था। तभी रास्ते में हादसे का शिकार हो गया। पति व भाई की मौत से संगीता बिलखती रही। उसने कहा कि पति जल्द वापस आने के बात कहकर गए थे, पर नहीं पता था कि उनका मरा मुंह देखना पड़ेगा।
जीजा-साले के शव लेकर एसपी ऑफिस पहुंचे परिजन, नोकझोंक
शिवली क्षेत्र में कार की टक्कर से जीजा-साले की मौत के बाद पुलिस ने परिजनों के पहुंचने से पहले ही शवों को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। इधर इससे गुस्साए परिजनों ने दोनों को उपचार के लिए सीएचसी न भेजकर सीधे थाने ले जाने और वहां से पोस्टमार्टम के लिए भेजने का आरोप लगाया। पोस्टमार्टम हाउस से दोनों के शव उठाकर परिजन माती पुलिस कार्यालय पहुंच गए।
उन्होंने शिवली पुलिस पर अमानवीय रवैया अपनाने की बात कह कार्रवाई की मांग कर दी। इधर, जानकारी पर सीओ अकबरपुर अरुण कुमार व अकबरपुर थाना प्रभारी सतीश सिंह मौके पर पहुंचे। मृतकों के परिजनों की पुलिस कर्मियों से नोकझोंक भी हुई।
एक घंटे तक पुलिस कर्मियों के हाथ पांव फूले रहे। हालांकि सीओ ने हर पहलू की जांच कराकर कार्यवाही का भरोसा दिया इसपर परिजन शवों को पोस्टमार्टम के लिए ले गए। सीओ ने बताया कि मृतकों के परिजनों ने शिवली पुलिस पर बिना डॉक्टर को दिखाएं शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजने का आरोप लगाया है। जांच के अनुसार कार्यवाही की जाएगी, इसका भरोसा दिया गया तो परिजन शवों को पोस्टमार्टम हाउस ले गए।