शक्ति सिंह/कोटा. आज के समय में छोटे बच्चों से लेकर बड़े बुजुर्ग तक सभी को फास्ट फूड खाने की आदत हो गई है. ब्रेकफास्ट हो या फिर लंच या डिनर कई लोग फास्ट फूड खाकर अपना पेट भर लेते हैं. लेकिन क्या आपको पता है फास्ट फूड हमारे शरीर के लिए काफी नुकसानदायक है. पुराने समय में लोग मोटे अनाज का अधिक सेवन करते थे जिससे उनके सेहत अच्छी बनी रहती थी. लेकिन अब मोटे अनाज की जगह गेहूं चावल जैसे अनाजों ने ले ली है. आज के समय गेहूं और चावल का अत्यधिक सेवन हो रहा है. जिसके चलते मोटे अनाजों के उत्पादन पर भी असर पड़ रहा है.
इस कारण आपको थाली में पोषक तत्व नहीं मिल पा रहे. सरकार भी कई प्रयास कर रही है और सरकार ने ऐसे में श्री अन्न योजना भी चलाई है. कोटा में इशिमा श्री अन्न की दुकान पर आपको मोटे अनाज के अलग-अलग स्वादिष्ट व्यंजन मिलेंगे. जो कि आपने कभी खाये भी नहीं होंगे चावल से बनने वाली इडली यहां पर रागी से बनाई जाती है. मखाने का आलू वड़ा बनाया जाता है, दाल का मेंदू वड़ा, मक्का का ढोकला, बाजरे का चूरमा, बाजरे का खिचड़ा, ज्वार का चूरमा, मिलेट्स की इमरती, सावे की खिचड़ी इस तरह के कई सारे मिलेट्स से बने हुए व्यंजन है. जो कि खाने में बहुत ही स्वादिष्ट और शरीर के लिए गुणकारी होते हैं. यह दुकान कोटा के एरोड्रम सर्किल पर मौजूद है.
मोटे अनाज में मौजूद होते है कई पोषक तत्व
रेस्टोरेंट के मालिक ने बताया कि मोटे अनाजों को श्री अन्न का दर्जा दिया गया है. पुराने समय में यह अनाज लोगों के डाइट का मुख्य भाग थे. लेकिन समय के साथ इसकी जगह गेहूं, चावल जैसे अनाजों ने ले ली. ऐसे में मोटे अनाजों के उत्पादन पर भी असर पड़ा. लोगों की थाली में एक बार फिर पोषक तत्वों से भरे अनाज को वापस लाने के लिए सरकार ने श्री अन्न योजना चलाई है जिसमें मोटे अनाजों के उत्पादन को बढ़ावा दिया जाएगा. मिलेट में मुख्य रूप से ज्वार, बाजरा, रागी, सावां, कंगनी, चना चीना, शामिल होते हैं. इसमें प्रोटीन, डायट्री फाइबर, विटामिन बी, कैल्शियम, आयरन, मैंगनीज, मैग्नीशियम, फास्फोरस, जिंक, पोटेशियम, कॉपर और सेलेनियम जैसे कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं. इसके अलावा यह अनाज अपने एंटीऑक्सीडेंट, फ्लेवोनोइड्स, एंथोसायनिन, सैपोनिन गुणों के लिए भी जाने जाते हैं.
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FIRST PUBLISHED : January 23, 2024, 13:16 IST