जितेन्द्र कुमार झा/लखीसराय. बिहार के चंपारण से निकला हांडी मटन के स्वाद का पूरा देश दीवाना है. चंपारण हांडी मटन बिहार से निकलकर देश और दुनिया में छा गया. चंपारण हांडी मटन की महक लखीसराय में भी लोगों को अपनी ओर खींच लेता है. मिट्टी की कढ़ाई में कोयले की आंच पर हांडी मटन जब बनकर तैयार होता है तो लोग खुद को खाने से रोक नहीं पाते हैं.
हांडी मटन बनाने का तरीका भी अलहदा है और स्वाद भी बेहद लजीज होता है. अगर आपको भी लखीसराय में चंपारण हांडी मटन का स्वाद लेना है तो शहर के जमुई मोड़ के पास आना होगा. पिछले 6 साल से बबलू कुमार चंपारण का प्रसिद्ध हांडी मटन लोगों को उसी अंदाज में परोस रहे हैं. यहां रोजाना मटन के शौकीनों का जमघट लगता है.
मटन के शौकीनों का है शानदार फूड डेस्टिनेशन
चंपारण मीट हाउस के मालिक बबलू कुमार ने बताया कि पिछले 6 वर्षों से लोगों शानदार हांडी मटन खिला रहे हैं. हांडी मटन को बनाने के लिए पश्चिम चम्पारण यानि बेतिया से कुछ खास कारीगरों को रखे हैं. लखीसराय के लोगों को चंपारण का प्रसिद्ध हांडी मटन खूब भा रहा है. इस मटन को बनाने की बात करें तो शुद्ध मसाले और कोयले की आंच पर तैयार इस मटन के सुगंध का तो कोई जोर ही नहीं है. यहां मटन बनाने का तरीका ही कुछ और है. कारीगर धर्मेंद्र मंडल ने बताया कि मटन को हांडी में रखकर कोयले की आंच बनाते हैं. बता दें कि यह दुकान सुबह 11 बजे से देर शाम तक खुली रहती है. इस दुकान पर रात तक लोगों की भीड़ दिख जाएगी.
20 किलो मटन की है रोजाना खपत
बबलू कुमार ने बताया कि प्रत्येक दिन यहां 20 केजी मटन की बिक्री हो जाती है. जिसमें 15 किलो अहुना मटन और 5 किलो मटन इस्टू की बिक्री होती है. अगर अहूना मटन की बात करें तो चार पीस मटन और रोटी आपको 220 रुपए में खाने को मिलेंगे. वहीं मटन इस्टु की बात करें तो 200 रुपए में चार पीस आपको खाने को मिल जाएंगे. वहीं 1 केजी मटन आपको लेना है तो आपको 1000 देने देने पड़ेंगे. वहीं इस दुकान का सालाना का टर्नओवर 40 लाख से अधिक है. जमुई से आए ग्राहक रूपेश कुमार ने बताया कि जब भी लखीसराय आते हैं तो यहां के मटन का स्वाद लेना नहीं भूलते हैं.
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FIRST PUBLISHED : September 22, 2023, 10:31 IST