संवाद न्यूज एजेंसी
कैथल। राष्ट्रीय सिद्ध चिकित्सा दिवस के के उपलक्ष्य में एनआईआईएलएम विश्वविद्यालय कैथल में शारीरिक शिक्षा विभाग की ओर से एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया। इसमें जैविक खाद्य पदार्थ (ऑर्गेनिक फूड) के सेवन को प्राथमिकता देने पर जोर दिया गया। मुख्य वक्ता के रूप में योग प्राध्यापिका डॉ. पवित्रा ने विचार रखे और कार्यक्रम में उपस्थित जन समूह को हमारे दैनिक जीवन में उपयोग किए जाने वाले खाद्य पदार्थ के बारे में जरूरी सतर्कता बरतने के उपाय बताएं।
उन्होंने कहा कि हम सभी को दैनिक दिनचर्या में खानपान के पदार्थ के बारे में जानकारी होनी चाहिए और इसके प्रति जागरूक भी होना चाहिए, ताकि हमारा जीवन लंबा और स्वस्थ रहे और हम सब विकसित राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका सक्रिय रूप से निभा सके। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय कुलसचिव डॉ. राजीव दहिया ने शिरकत की और इस विशेष व्याख्यान के आयोजन के लिए विभाग को बधाई दी। डीन एकेडमिक प्रोफेसर आरके गुप्ता ने कहा कि हमें अपने खानपान की जीवन शैली में परिवर्तन लाना होगा और ऑर्गेनिक पदार्थ के सेवन को प्राथमिकता देनी होगी। कार्यक्रम में मंच संचालन प्राध्यापिका रीना और अचला जांगड़ा ने किया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय चेयरमैन संदीप चहल, उप कुल सचिव डॉ. मनीष मिश्रा, डायरेक्टर स्पोट्र्स डॉ. बलविंदर सिंह, विश्वविद्यालय जनसंपर्क अधिकारी डॉ. मनोज कुमार, सहायक कुलसचिव सरबजीत, डॉ. महेंद्र मुंडे, डॉ. रेनू बाला, डॉ. एकता चहल, डॉ. सुमन, डॉ. नरेंद्र कुमार आदि मौजूद रहें।
क्या है ऑर्गेनिक फूड
खाने की जो भी चीजें बिना किसी केमिकल, पेस्टिसाइड्स और फर्टिलाइजर के इस्तेमाल किए बगैर उगाई जाती हैं, उन्हें हम ऑर्गैनिक फूड कहते हैं।