UP Crime News: ऑटो चालक के हत्यारों का कोई सुराग नहीं, पोस्टमॉर्टम के बाद शव रखकर परिजनों ने किया चक्काजाम


Gorakhpur Auto Driver Murdered: यूपी के गोरखपुर (Gorakhpur) में ऑटो चालक की बेरहमी से हत्या की पुष्टि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हो गई है. इस बीच हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर परिजनों ने 6 घंटे तक चक्काजाम किया. अधिकारियों की ओर से हत्यारों की गिरफ्तारी के आश्वासन के बाद मंगलवार को देर शाम परिजनों ने चक्काजाम खत्म किया. 

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के शाहपुर इलाके के पादरी बाजार चौराहे पर मंगलवार (6 फरवरी) को ऑटो चालक के हत्यारों को गिरफ्तार करने के लिए लोगों ने पादरी बाजार पिपराइच मार्ग लगभग 6 घंटे से अधिक जाम लगा दिया. लोगों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आरोप लगाया कि जिस दिन ऑटो चालक की गुमशुदगी को लेकर रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी, उसी दौरान पुलिस तत्परता दिखाती तो शायद ये घटना नहीं होती. मंगलवार को देर शाम 7:30 बजे के करीब मृतक ऑटो चालक पिंटू के शव को पोस्टमार्टम के बाद पादरी बाजार नाना के घर लाया गया. 

ऑटो चालक के हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग

मृतक ऑटो चालक पिंटू के परिजनों ने इस दौरान चौराहे पर शव रख कर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की. एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई और गोरखनाथ सीओ योगेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे. उनके समझाने के बाद भी लोग सड़क से नहीं हटे. जिससे सड़क पर लंबा जाम लग गया. लोगों की मांग हैं कि हत्या का केस दर्ज कर हत्यारों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और पादरी बाजार पुलिस चौकी पर तैनात लापरवाही करने वाले पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई की जाए. 

सवारी लेकर गोरखपुर आया था पिंटू

गोरखपुर के कैंम्पियरगंज का रहने वाला ऑटो चालक पिंटू पासवान उर्फ माघे 27 जनवरी को कैंम्पियरगंज से सवारी लेकर गोरखपुर आया था. सवारी छोड़ने के बाद पादरी बाजार में अपने नाना के यहां लोगों से मिलने के बाद घर के लिए निकला, लेकिन देर रात तक घर नहीं पहुंचा. उसकी पत्नी ने अपने सगे संबंधी के यहां फोन से उनके बारे में पता किया, लेकिन कुछ पता नहीं चला. फोन भी नहीं लग रहा था. परिजनों ने बताया कि चार दिन पहले उसी के नंबर से फोन आया, लेकिन हेलो-हेलो करने के बाद फोन कट गया. काल बैक करने पर फोन स्विच ऑफ बताने लगा. 

गोरखपुर पुलिस पर लापरवाही का आरोप

मृतक पिंटू का ऑटो 27 जनवरी की रात पुलिस ने पादरी बाजार चौराहे से चाबी लगे हुए लावारिस हाल में बरामद किया था. परिजन गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद 10 दिन से चौकी-थाने और अधिकारियों के यहां तलाश करने के लिए गुहार लगाते रह गए, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. उसका मोबाइल भी सर्विसलांस पर नहीं लगाया गया. साथ ही पुलिस ने उसकी तलाश करने में भी दिलचस्पी नहीं दिखाई. सोमवार को शाहपुर के जेल बाईपास पुलिया के नीचे केबिल के तार से लटका हुआ शव मिलने से लोगों का पुलिस के खिलाफ आक्रोश बढ़ गया था.

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