‘Bazball’ approach under Ben Stokes: क्रिकेट की दुनिया में इन दिनों हर तरफ ‘बैजबॉल’ की चर्चा हो रही है. इस बीच टेस्ट क्रिकेट महान ऑलराउंडर इयान बॉथम की बड़ी प्रतिक्रिया आई है. उन्हें लगता है कि बेन स्टोक्स की कप्तानी में इंग्लैंड की अति आक्रामक ‘बैजबॉल’ तकनीक ने टेस्ट क्रिकेट में नई जान फूंक दी है.
ब्रैंडन मैकुक्लम के मुख्य कोच और स्टोक्स के कप्तान बनने के बाद इंग्लैंड ने पारंपरिक प्रारूप के खेलने के तरीके को नए सिरे से परिभाषित किया है. बॉथम ने ‘एसईएनक्यू 693’ से कहा, ‘आपको बस दर्शकों की तरफ एक नजर देखने की जरूरत है. दर्शकों ने अब टेस्ट क्रिकेट देखने के लिए वापसी करना शुरू कर दिया है.’
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बॉथम के बोल- लोग अब ‘बैजबॉल’ क्रिकेट देखना चाहते हैं
उन्होंने कहा, ‘भारत में 20-30 साल पहले भारत के खिलाफ खेलते हुए मैदान भरे रहते थे. अचानक इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) आई, फिर इससे और वनडे क्रिकेट के कारण टेस्ट में दर्शकों की संख्या में गिरावट आई, लेकिन अब लोग वापसी कर रहे हैं और ‘बैजबॉल’ क्रिकेट देखना चाहते हैं.’
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पूर्व कप्तान ने कहा कि इंग्लैंड ने ‘बैजबॉल’ तरीके से खेलने के बाद से हारने की तुलना में ज्यादा टेस्ट मुकाबलों में जीत हासिल की है.
आपको दर्शकों का मनोरंजन तो करना पड़ेगा…
बॉथम ने कहा, ‘आखिरकार आप मनोरंजन करने के लिए हो और अगर आप चाहते हो कि लोग मैच देखने आएं तो आपको उनका मनोरंजन करना पड़ेगा. वे ऐसे खिलाड़ी को खेलते हुए नहीं देखना चाहेंगे जो प्रत्येक घंटे में काफी कम रन जुटाए. आप ऐसे क्रिकेटर को देखना चाहोगे जो मैच में आक्रामक बल्लेबाजी से दबदबा बनाए.’
इंग्लैंड के लिए 1977 से 1992 के बीच 102 टेस्ट मैच खेलकर 383 विकेट चटकाने और 5200 रन बनाने वाले बॉथम ने कहा, ‘आप एक या दो मैच गंवाओगे ही, लेकिन इंग्लैंड ने 15 मैच खेले और 12 जीते. टेस्ट क्रिकेट अब पहले से बेहतर हो गया है.’
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बॉथम ने कहा कि अब अन्य टीम भी इंग्लैंड की तरह खेलना चाहती हैं. उन्होंने कहा, ‘इसका अन्य टीमों पर भी प्रभाव पड़ रहा है. अक्सर आपने देखा है कि जब टीम के तीन या चार विकेट गिर गए हैं तो गेंदबाजी करने वाली टीम थोड़ी ‘रिलैक्स’ होती दिखती है.’
उन्होंने कहा, ‘जब आपने दबाव बना लिया है तो आपको ऐसा ही रखते हुए अपना काम करना चाहिए. टेस्ट क्रिकेट अब काफी प्रभावित करने लग गया है जो मुझे लगता है कि काफी महत्वपूर्ण है.’