सेहत बनाने के लिए सप्लीमेंट्स का प्रयोग आजकल काफी बढ़ चुका है। खासकर युवाओं में बॉडी और मसल्स बनाने के लिए प्रोटीन सप्लीमेंट्स के उपभोग का चलन तेजी से बढ़ रहा है। जबकि मार्केट में मौजूद इन प्रोटीन सप्लीमेंट्स के कई दुष्प्रभाव भी हैं जो देर-सबेर नजर आ ही जाते हैं। ऐसे में मसल्स की मजबूती और शरीर को शक्तिशाली बनाने के लिए प्रोटीन सप्लीमेंट्स के बजाय उन फूड्स का सेवन करना बेहतर है, जिनमें प्राकृतिक रूप से प्रोटीन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
इस आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसे ही खाद्य पदार्थों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें आप अपनी रोजाना की डाइट में शामिल कर शरीर में प्रोटीन की कमी पूरी कर सकते हैं। दरअसल, इस बारे में हमने न्यूट्रीनिस्ट गुंजन सचदेवा से बात की और उनसे मिली जानकारी यहां आपके साथ शेयर कर रहे हैं।
शाकाहारी खाद्य पदार्थों में लोबिया प्रोटीन का सबसे बड़ा स्त्रोत माना जाता है। ऐसे में अगर इसका सेवन रोजाना किया जाए तो शरीर में प्रोटीन की पूर्ति आसानी से हो सकती है। इसके लिए आपको अलग से प्रोटीन सप्लीमेंट्स लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वहीं प्रोटीन के अलावा लोबिया में कैल्शियम, मैंगनीज जैसे खनित तत्वों के साथ ही फाइबर भी अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं। ऐसे में इसके सेवन से शरीर को आवश्यक ऊर्जा मिलती है और शरीर सेहतमंद रहता है।
टोफू
जो लोग दूध से बने उत्पाद सेवन नहीं करते हैं, उनके लिए प्रोटीन के प्राकृतिक स्रोत के रूप में सोया से बना टोफू अच्छा विकल्प है। दरअसल, यह अपने आप में एक संपूर्ण प्रोटीन है, जिसमें सभी आवश्यक 9 अमीनो एसिड पाए जाते हैं। ऐसे में देखा जाए तो टोफू का सेवन आपको बाजार में मौजूद प्रोटीन सप्लीमेंट्स से कहीं अधिक पौष्टिकता दे सकता है। इसलिए शाकाहारी लोगों को तो अपनी डाइट में इसे जरूर शामिल करना चाहिए।
पीनट बटर
शाकाहारियों के लिए पीनट बटर भी प्रोटीन का अच्छा स्रोत माना जाता है। बता दें कि लगभग 100 ग्राम पीनट में 25 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है, जो कि शरीर को सेहतमंद रखने के लिए पर्याप्त है। वहीं अपने न्यूट्रिशनल वैल्यू के चलते पीनट बटर का सेवन कई सारी बीमारियों का जोखिम भी कम करता है। जैसे कि पीनट बटर के सेवन से शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित होता है, जिससे हृदय संबंधी रोग का जोखिम कम होता है।
पीनट बटर का सेवन कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के रोकथाम में भी मददगार होता है। असल में पीनट में पाए जाने वाला रेस्वेराट्रोल शरीर के लिए एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है, जो शरीर में कैंसर सेल्स को विकसित होने से रोकता है।
अंडा
मांसाहारी लोगों के लिए अंडा, प्रोटीन का सबसे अच्छा स्त्रोत है। बता दें कि एक अंडे में लगभग 6 ग्राम प्रोटीन की मात्रा पाई जाती है, वहीं 100 ग्राम उबले अंडे में 13 ग्राम के लगभग प्रोटीन पाया जाता है। ऐसे में रोजाना इसके सेवन से प्रोटीन की पूर्ति आसानी से हो जाती है। प्रोटीन के साथ ही अंडे में विटामिन बी, विटामिन डी, कैल्शियम और आयरन का भी अच्छा स्त्रोत है, इसलिए इसका सेवन शरीर को तमाम बीमारियों से सुरक्षित रखता है।
मछली
अंडे के बाद मांसाहार में मछली का सेवन प्रोटीन की पूर्ति के लिए फायदेमंद माना जाता है। वैसे अलग-अलग तरह की मछलियों में प्रोटीन का मात्रा अलग-अलग पाई जाती है लेकिन सभी तरह की मछलियों प्रोटीन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। बता दें कि हलिबेट, टूना और तिलापिया फिश प्रोटीन का अच्छा स्त्रोत मानी जाती है। ऐसे में अगर आप मांसाहारी हैं तो आप प्रोटीन की पूर्ति के लिए फिश का सेवन रोजाना कर सकते है।
मछली में प्रोटीन के साथ ही पोटैशियम, मैग्नीशियम और सेलेनियम जैसे खनित तत्वों के साथ ही विटामिन B 12 भी अच्छी मात्रा में पाई जाती है। इनके अलावा फिश ओमेगा-3 फैटी एसिड का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है, जो स्किन और बालों के लिए खासतौर पर लाभकारी होता है। इसलिए बालों और स्किन की अच्छी सेहत के लिए भी आप मछली को अपनी रोजाना डाइट में शामिल कर सकते हैं।
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