Lal Bahadur Shastri: बेहद सिंपल खाना खाते थे लाल बहादुर शास्त्री।
संबंधित खबरें
बाहर से विनम्र दिखने वाले लाल बहादुर शास्त्री अंदर से चट्टान की तरह दृढ़ थे। एक रेल दुर्घटना में कई लोगों की मौत होने के बाद उन्होंने खुद को जिम्मेदार मानते हुए रेल मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। लाल बहादुर शास्त्री की ईमानदारी एवं उच्च आदर्शों की सभी तारीफ करते थे। लाल बहादुर शास्त्री बेहद सादा जीवन जीते थे।
देश और लोगों को हमेशा परिवार से आगे रखते थे लाल बहादुर शास्त्री
उनकी सादगी का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि उनके लिए देश और लोग हमेशा उनके परिवार से आगे थे। 1965 में पाकिस्तान के साथ युद्ध के दौरान खाने की भारी कमी हो गई थी, जिसको देखते हुए शास्त्री जी ने अपने परिवार को एक दिन के लिए रात का खाना छोड़ने के लिए कहा क्योंकि वह जानना चाहते थे कि दिन में एक बार का भोजन छोड़ने पर देशवासियों को कैसा लगेगा। अगले दिन आकाशवाणी पर देशवासियों को संबोधित करते हुए उन्होंने लोगों से हफ्ते में कम से कम एक बार बिना भोजन के रहने को कहा।
लाल बहादुर शास्त्री का ये था फेवरेट खाना
अब बात उनके खानपान की करें तो वहां भी वह बेहद सिंपल खाना खाते थे। वे शुद्ध शाकाहारी थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्हें खाने में सबसे ज्यादा पसंद था पूड़ी-सब्जी और लस्सी। वह तीनों टाइम- ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर करते थे। साथ ही वह दिन में काफी पानी भी पीते थे। सब्जियों में उन्हें हरी सब्जियां काफी पसंद थी। 11 जनवरी 1966 को ताशकंद में उनकी मौत हो गई थी। उनकी मौत को लेकर आज भी रहस्य बना हुआ है।