यात्री शेड पर ऑटो चालकों का कब्जा


यात्री शेड पर ऑटो चालकों का कब्जा

By: Inextlive | Updated Date: Tue, 03 Oct 2023 01:57:09 (IST)

शहर में विभिन्न स्थानों पर यात्री शेड बनाए गए हैैं, जिनमें से कुछ अब भी अतिक्रमण के शिकार है. शेष की हालत भी बेहतर नहीं है.

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बरेली (ब्यूरो)। शहर में विभिन्न स्थानों पर यात्री शेड बनाए गए हैैं, जिनमें से कुछ अब भी अतिक्रमण के शिकार है। शेष की हालत भी बेहतर नहीं है। इन शेड्स पर ई-बसों का रूट चार्ट लगाया गया है। उसके बाद भी इनके सामने ऑटो, ई-रिक्शा वालों का हुजूम लगा रहता है। ऐसे में ई-बसों का यहां पर रुकना मुश्किल हो जाता है। कम जगह होने पर थोड़ी देर में ही जाम की स्थिति बन जाती है। ऐसे में ई-बसों को भी यहां प्रॉपर स्टॉप नहीं मिल पाता है।

रास्ता कर दिया जाम
दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम मंंडे शाम चार बजे गांधी उद्यान पहुंची। यहां गेट के सामने ई-रिक्शा और ऑटो रिक्शा ने पार्क से रोड की ओर जाने वाले रास्ते को बाधित कर रखा था। इससे गेट के सामने पार्क दोपहिया वाहन वालों के लिए भी परेशानी का सामना करना पड़ा। साथ ही ई-बस भी यहां नहीं रुक सकीं। इस तरह की कंडीशन, शहर में अन्य स्थानों पर भी बनी हुई है। चौपुला चौराहा, बरेली कॉलेज गेट, चौकी चौराहा, रेलवे जंक्शन, सर्किट हाउस आदि स्थानों पर बनी रहती है। जहां ऑटो, ई-रिक्शा वालों के मनचाहे स्टॉपेज से राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह जगह-जगह जाम लगने के मुख्य कारणों में से एक हैैं।

नहीं मिल रहा प्लेस
यात्री शेड के आगे लगे ऑटो और ई-रिक्शा के कारण ई-बसों को भी स्पेस नहीं मिल पा रहा है। जब भी ई-बस स्टॉपेज पर रुकती है तो ऑटो, ई-रिक्शा उसी स्थान पर रुके होने से जाम की स्थिति तक बन जाती है। नाम न बताने की शर्त पर ई-बस चालक बताते हैैं कि कई बार स्टॉपेज पर बस रोकने के दौरान ऑटो रिक्शा वालों से बहस तक हो जाती है। बीच रोड तक ये रुके रहते हैैं, ऐसे में अगर हम बस रोक देते हैैं तो अन्य राहगीरों को निकलने तक की जगह नहीं रह जाती है। राहगीरों को समस्या न हो, इसलिए बस को आगे बढ़ा दिया जाता है। बता दें नगर निगम की ओर से शहर में 30 से अधिक यात्री शेड बनाए गए थे। जहां लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इंतजार करते हैैं, लेकिन अब इन्हें वाहन स्टैैंड बना दिया गया है। जहां पूरे दिन ऑटो और ई-रिक्शा की लंबी कतार लगी रहती है।

थर्ड आई से निगरानी
नगर निगम स्थित इंटीग्रेटिड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर (आईसीसीसी) से शहर के मुख्य इलाकों में हो रही गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जाती है। इसेक लिए विशेषज्ञ को टीम में कमांड सेंटर में मौजूद रहती है। साथ ही ट्रैफिक से संबंधित होने वाली समस्याओं के निस्तारण में भी आईसीसीसी का अहम योगदान होता है। साथ ही इसके माध्यम से शहर के विभिन्न हिस्सों में हो रहे अतिक्रमण पर भी निगरानी रखी जाती है।

जारी होगा नया चार्ट
ई-रिक्शा वालों के लिए जल्द ही अपडेटेड रूट चार्ट जारी कर दिया जाएगा। इसके बाद समस्या से छुटकारा मिल जाएगा। जहां कहीं भी जाम की समस्या सामने आती है तो पुलिस कार्रवाई करती है।
-राममोहन सिंह, एसपी ट्रैफिक


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