ग्वालियर2 घंटे पहले
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अस्पताल में भर्ती फिजिकल इंस्टीट्यूट के छात्र
ग्वालियर स्थित LNIPE (लक्ष्मीबाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिकल एजुकेशन) के कैंपस में करीब एक सैकड़ा छात्रों की तबीयत अचानक बिगड़ गई फूड पॉइजनिंग के चलते उनको उल्टियां हो रही थी। मंगलवार रात को हालात बिगड़ने पर करीब 80 छात्रों को जेएएच के हजार बिस्तर के हॉस्पिटल में भेजा गया है। जिसके बाद डॉक्टरों द्वारा उनका इलाज चल रहा है।
यहां दैनिक भास्कर को छात्रों ने बताया है कि सोमवार रात को डिनर में उन्होंने पनीर खाया था। उसके बाद पहले पेट गडबड़ हुआ उसके बाद एक के बाद एक छात्र बीमार होते चले गए। कुछ घंटे उनको LNIPU के हॉस्पिटल में रखा गया था, लेकिन वहां मंगलवार दोपहर को उनकी हालत बिगड़ने लगी। रात को सभी छात्रों को जेएएच में शिफ्ट किया गया है। डॉक्टर युद्ध स्तर पर प्रयास कर रहे हैं।
अस्पताल में एक ही बेड पर तीन-तीन मरीजों को भर्ती किया गया
शहर के रेसकोर्स रोड स्थित LNIPE संस्थान में मंगलवार को उस समय हड़कंप मंच गया जब एक सैकड़ा से अधिक छात्र छात्राएं फूड पॉइजनिंग का शिकार हो गए। दरअसल छात्रों ने बताया कि सोमवार रात को डिनर में सादा चपाती और पनीर उनको दिया गया था। पनीर ग्रेवी वाला था।
पनीर खाने के बाद छात्र सो तो गए, लेकिन सोमवार-दरमियानी रात से ही छात्रों को पेट में दर्द और दस्त की शिकायत हुई। कुछ छात्रों को उल्टियां होने लगीं। उस समय तो यह बात सामान्य लगी, लेकिन मंगलवार सुबह होते-होते हालत बद से बदतर हो गए। करीब 100 से ज्यादा छात्र-छात्राएं बुरी तरह तरह से उल्टी दस्त से ग्रसित थे। तत्काल इनको LNIPE के हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। जहां उनकी हालत में सुधार तो नहीं आया, बल्कि हालत और खराब हो गए। LNIPE के हॉस्पिटल में इतने छात्रों को संभालने के लिए स्टाफ नहीं था। इसलिए मंगलवार रात को कई छात्रों की हालत बिगड़ने पर करीब 80 से ज्यादा छात्र छात्राओं को जेएएच के हजार बिस्तर के अस्पताल में शिफ्ट किया गया है।
एक साथ इतनी संख्या में मरीज आ जाने पर डॉक्टर हालात संभालते हुए
LNIPE में ही पढ़ने वाले हैं सभी छात्र
जितने भी स्टूडेंट फूड पॉइजनिंग के शिकार हुए हैं सभी अन्य शहरों व प्रदेश के हैं। सभी LNIPE के ही स्टूडेंट हैं। छात्रों ने बताया कि उनको ज्यादा कुछ याद नहीं है, लेकिन इतना याद है कि डिनर मंे उन्होंने पनीर खाया था। डॉक्टरों का मानना है कि हो सकता है पनीर की क्वालिटी ठीक न हो। डेयर प्रॉडक्ट कई बार इस तरह की फूड पॉइजनिंग का कारण बनते हैं।
अस्पताल प्रबंधन का कहना
इस मामले में जेएएच अधीक्षक आरकेएस धाकड़ का कहना है कि इतनी संख्या में फूड पॉइजनिंग के शिकार छात्र आए हैं, लेकिन सभी को इलाज दिया जा रहा है। हमारे डॉक्टर पूरी मुश्तैदी से काम कर रहे हैं। किसी भी चीज की कमी नहीं आने दी जाएगी।
अस्पताल में उल्टियां करता छात्र