जो कभी नहीं हुआ वो करने की चुनौती, बेन स्टोक्स के पास बैजबॉल की लाज बचाने का आखिरी मौका


रांची: 26 फरवरी यानी आज का दिन बैजबॉल के लिए सबसे महत्वपूर्ण होने वाला है। ब्रेंडन मैकुलम के हेड कोच बनने के बाद इंग्लैंड की टीम एक भी टेस्ट सीरीज नहीं हारी। अपने खौफनाक खेल से इंग्लैंड ने हर टीम को परेशान किया है। ऑस्ट्रेलिया की टीम जैसे तैसे एशेज सीरीज ड्रॉ करवा पाई थी। पाकिस्तान को तो इंग्लैंड ने घर में घुसकर मारा था। साउथ अफ्रीका और न्यूजीलैंड की टीम भी बैजबॉल से नहीं बच पाई थी। लेकिन अब बैजबॉल का खौफ अपनी अंतिम सासें गिन रहा है।

200 से कम नहीं हुआ डिफेंड

इंग्लैंड को भारत के खिलाफ आखिरी पारी में 192 रन डिफेंड करने हैं। भारत ने 40 रन भी बना लिए हैं। लेकिन मजेदार बात यह है कि टेस्ट इतिहास में कोई भी विपक्षी टीम भारत में आकर आखिरी पारी में 200 से कम का स्कोर डिफेंड नहीं कर पाई है। इस मैच से पहले 32 बार टीम इंडिया को घर में टेस्ट की चौथी पारी में 200 से कम का लक्ष्य मिला है। भारत ने इसमें 29 मैच को अपने नाम किया जबकि 2 ड्रॉ रहे हैं। इंग्लिश टीम 192 का स्कोर डिफेंड कर देती है तो बैजबॉल का डंका पूरी दुनिया में बज जाएगा।

सीरीज बचाने की भी है चुनौती

इंग्लैंड की टीम अगर यह मुकाबला हारती है तो 5 मैचों की सीरीज भी हार जाएगी। हैदराबाद में हुए पहले मैच को जीतने के बाद इंग्लैंड की टीम दूसरी मैच 100 से ज्यादा रनों से हारी। तीसरे मुकाबले को तो भारत ने 434 रनों से अपने नाम कर लिया था। रांची टेस्ट के पहले दो दिन इंग्लैंड मजबूत स्थिति में थी। लेकिन तीसरे दिन भारत ने पलटवार कर दिया। अब इंग्लैंड के लिए मैच बचाने मुश्किल हो गया है।

खत्म हो जाएगा बैजबॉल का खौफ?

हैदराबाद टेस्ट के बाद से इंग्लैंड का बैजबॉल रूप कामयाब होता नहीं दिख रहा है। उनकी बैटिंग भी काफी धीमी हो गई है। इससे पहले कभी इंग्लिश टीम इतनी जूझती नहीं दिखी थी। रांची टेस्ट की दूसरी पारी में इंग्लैंड का रन रेट 2.69 का रहा। यह बैजबॉल एरा में सबसे कम है। इस मैच की बात करें तो इंग्लैंड ने 3.13 का रन रेट से रन बनाया है। यह भी एक मैच में इंग्लैंड का मैकुलम के कोच बनने के बाद सबसे खराब रन रेट है। राजकोट में पहली बार किसी टीम ने बैजबॉल के खिलाफ पारी घोषित की।


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