नई दिल्ली : क्रिकेट वर्ल्ड कप (Cricket World Cup) की आज से शुरुआत हो रही है। गुजरात के अहमदाबाद में पहला मैच इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच खेला जाएगा। वर्ल्ड कप सिर्फ एंटरटेनमेंट ही नहीं लेकर आ रहा है, यह देश की इकॉनमी (Economy) को भी बूस्ट करने वाला है। अर्थशास्त्रियों का कहना है कि क्रिकेट वर्ल्ड कप इस तिमाही में फेस्टिव सेल (Festive Sale) को काफी अधिक बढ़ा देगा। क्रिकेट प्रेमी लोग चुनिंदा सामानों और कई सेवाओं पर बड़ी रकम खर्चने के लिए तैयार हैं। इससे ग्रोथ करीब 0.10 फीसदी बढ़ सकती है।
18,000 से 22,000 करोड़ रुपये खर्चने की उम्मीद
बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य अर्थशास्त्री मदन सबनवीस का अनुमान है कि वर्ल्ड कप से प्रेरित उपभोक्ता खर्च 18,000 से 22,000 करोड़ रुपये के बीच होगा। यह अर्थव्यवस्था में 7,000-8,000 करोड़ रुपये का ग्रॉस वैल्यू एडेड (GVA) पैदा करेगा।
यहां पैसा खर्चेंगे लोग
बड़े स्पोर्टिंग और रिक्रिएशनल इवेंट्स आमतौर पर उपभोक्ता खर्च को बढ़ावा देते हैं, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलता है। भारत में वैसे ही क्रिकेट की लोकप्रियता जबरदस्त है। क्रिकेट लवर्स द्वारा यात्रा, होटल, बड़े टेलीविजन सेट और मैच के दिनों में फूड ऑर्डर करने पर खर्च करने की उम्मीद है। साथ ही लोकल पब और स्पोर्ट्स बार में भी लोग खर्च करेंगे, जहां मैच बड़े स्क्रीन पर दिखाए जाते हैं।
फेस्टिव सीजन में डिमांड को लगेंगे पंख
सबनवीस ने कहा, ‘हम वर्ल्ड कप को उपभोक्ता खर्च में उछाल प्रदान करते हुए देख सकते हैं, विशेष रूप से सर्विसेज में। यह डिमांड को गति प्रदान करेगा, क्योंकि यह खरीफ फसल के समय शुरू हो रहा है और दशहरा और दिवाली के त्योहारों के दौरान चलेगा।’ बता दें कि आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 (ICC World Cup 2023) में भारतीय टीम अपना पहला मैच 8 अक्टूबर को खेलेगी। यह मेच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चेन्नई में होगा।