मवानाएक घंटा पहले
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फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुए आठ कैडेट्स ।
मेरठ में स्थित कृषक इंटर इंटर कॉलेज के परिसर में आयोजित एनसीसी कैंप में खराब खाना खाने से शुक्रवार को 8 से ज्यादा छात्र-छात्राएं बीमार हो गए। बच्चों के बीमार होने के बाद अफरातफरी मच गई। फूड प्वाइजनिंग के शिकार हुए छात्र-छात्राओं को गंभीर हालत में तहसील रोड स्थित सीएचसी में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के बाद कई बच्चों को वापस भेज दिया गया। वहीं एक छात्र और तीन छात्राओं की हालत चितांजनक बनी हुई है।
कैडेटों के अभिभावकों के मुताबिक शाम करीब 8 बजे कैडेट्स को लाइन लगाकर रात का खाना दिया जा रहा था। इस बीच खाना खाने वाले कैडेट एक के बाद एक बेहोश होकर गिरने लगे। कुछ को उल्टी-दस्त होने लगी। बताते हैं कि साथी कैडेट की हालत खराब देख अन्य कैडेट घबराकर शोर मचाने लगे। एनसीसी अफसरों ने उन्हें कमांड देकर अंटेशन बोला और शांत रहने को कहा। इस बीच करीब आधा घंटा बीत गए। कैडेटों की हालत गंभीर देखकर आनन-फानन में बीमार कैडेट्स को नगर स्थित सीएचसी भर्ती कराया गया।जहां कई बच्चों को इलाज के बाद वापस भेज दिया।
इन कैडेट्स की हालत हुई खराब
जानकारी के अनुसार कृषक इंटर कॉलेज परिसर में आयोजित कैंप में 73 यूपी बटालियन के तत्वावधान में कैंप का आयोजन किया गया। जिसमें लगभग 500 कैडेट्स प्रतिभाग कर रहे है। शुक्रवार रात के खाने के बाद कैंप में शामिल वंशिका पुत्री बिजेंद्र कुमार, अर्पुवा पुत्री जगपाल, रितिका रानी पुत्री मनोज कुमार, मुस्कान पुत्री मीर मोहम्द, शालू पत्री सुधीर, अमन पुत्र मनोज आदि सहित 8 कैडेट्स की हालत अचानक खराब होने लगी। देखते ही देखते सभी कैडेट्स बेहोश हो गए। जिसके बाद कैंप में भगदड़ मच गई।
3 दिन से लगातार फूड प्वाइजनिंग के शिकार हो रहे कैडेट्स
सीएचसी सूत्रों की माने तो कैंप में शामिल कैडेट्स लगातार फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो रहे है। लेकिन इसके बाद भी किसी का ध्यान खाने की तरफ नहीं है। बुधवार और गुरुवार को भी कैंप में शामिल कई कैडेट्स की हालत खराब हो गई थी। जिन्हें इलाज के लिए सीएचसी भर्ती कराया। लेकिन इलाज के बाद वापस कैंप भेज दिया।
कर्नल शरद पाठक का कहना है कि कैंप में प्रतिभाग कर रहे कैडेट्स अधिक मेहनत करने के बाद भी कम पानी पीते है। जिसके चलते डिहाईडेंशन का शिकार हो जाते है। कैंप में सभी कैडेट्स को गुणवत्ता के अनुरूप खाना दिया जा रहा है। फूड प्वाइजनिंग की बात निराधार है।