आखिरी विकेट लेकर मुंबई को बनाया चैंपियन, फिर फूट पड़े आंसू, मैदान से धवल कुलकर्णी की भावुक विदाई


भारतीय टीम के लिए खेल चुके तेज गेंदबाज धवल कुलकर्णी के करियर का अंत हो गया है। रणजी ट्रॉफी का फाइनल उनके करियर का आखिरी मैच था। मुंबई ने विदर्भ को 169 रनों से हराकर रणजी ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया। 35 साल के धवल ने 2007 में मुंबई के लिए डेब्यू किया था। उन्होंने भारत के लिए भी 12 वनडे और दो टी20 इंटरनेशनल मैच खेले। उन्होंने मैदान से भावुक होकर विदाई ली।

धवल कुलकर्णी ने लिया आखिरी विकेट

धवल कुलकर्णी ने लिया आखिरी विकेट

विदर्भ के सामने जीत के लिए 538 रनों का लक्ष्य था। मुंबई के लिए धवन कुलकर्णी ने विदर्भ का आखिरी विकेट लिया। उन्होंने उमेश यादव को बोल्ड कर मुंबई को चैंपियन बनाया।

रहाणे ने अंत में दी बॉलिंग

रहाणे ने अंत में दी बॉलिंग

धवल कुलकर्णी ने मैच के बाद कहा कि उन्हें नहीं लग रहा था कि गेंदबाजी मिलेगी। लेकिन कप्तान अजिंक्य रहाणे उन्हें मैच फिनिश करने के लिए गेंद थमा दी।

धवल के आंसू निकले

धवल के आंसू निकले

मुंबई को जीत मिलने के बाद धवल कुलकर्णी इमोशनल हो गए। उनकी आंखों में आंसू दिख रहे थे। टीम के सभी खिलाड़ियों ने आकर धवल को आकर गले लगाया।

​फाइनल मैच में झटके 4 विकेट​

​फाइनल मैच में झटके 4 विकेट​

धवल कुलकर्णी ने खिताबी मुकाबले की पहली पारी में 3 विकेट लिए थे। उन्होंने 11 ओवर में सिर्फ 15 रन दिए थे। इसमें सलामी बल्लेबाज अथर्व ताइडे, नंबर तीन अमन मोखाडे और करुण नायर का विकेट शामिल था। दूसरी पारी में उन्होंने एक विकेट लिए।

​कैसा रहा है करियर​

​कैसा रहा है करियर​

धवल कुलकर्णी ने 96 फर्स्ट क्लास मैच खेले और इसमें उनके नाम 285 विकेट हैं। भारत के लिए 12 वनडे में उन्होंने 19 बल्लेबाजों को आउट किया। 2 टी20 मैच में उनके नाम 3 विकेट हैं।

42वीं हार चैंपियन बनीं मुंबई

42वीं हार चैंपियन बनीं मुंबई

मुंबई की टीम ने 42वीं हार रणजी ट्रॉफी का खिताब जीता। टीम इससे पहले 2015-16 में खिताब जीता था। यह टूर्नामेंट का 89वां सीजन था। फाइनल में मुशीर खान को शतक बनाने के साथ ही 2 विकेट लिए और प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब जीता।

आखिरी विकेट का वीडियो


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