नई दिल्ली: क्या आप जानते हैं कि दुनिया में सबसे ज्यादा महंगाई किस देश में है? इसका जवाब है वेनेजुएला। इसे विडंबना ही कहा जाएगा कि इस दक्षिण अमेरिकी देश के पास दुनिया का सबसे बड़ा तेल भंडार है लेकिन यहां के लोगों को दो वक्त का खाना भी नसीब नहीं हो रहा है। दुनिया के कुल क्रूड रिजर्व का 18.2% इसी देश की कोख में दबा पड़ा है। यहां एक लीटर पेट्रोल के लिए आपको केवल 0.02 डॉलर यानी 1.66 रुपये खर्च करने होंगे। इस देश में पेट्रोल पानी से भी सस्ता है। अगर आप वेनेजुएला में हैं तो 60 रुपये से भी कम में आपकी कार की टंकी फुल हो जाएगी। यह तो सिक्के का एक पहलू है। दूसरा पहलू यह है कि इस देश में खाद्य पदार्थों की कीमत दुनिया में सबसे ज्यादा है। हालत यह है कि देश के लाखों लोगों को दो वक्त की रोटी नसीब नहीं है।
बेहतर जिंदगी की तलाश में वेनेजुएला से लाखों लोग पलायन कर गए हैं। 2.82 करोड़ की आबादी वाले इस देश में खाने-पीने की चीजें इतनी महंगी हैं कि अमीर लोगों के लिए भी दो जून की रोटी जुटाना भारी पड़ रहा है। हालत यह है कि कई गरीब लोग तो पेट भरने के लिए कचरे में पड़ी जूठन को खाने के लिए मजबूर हैं। World of Statistics के मुताबिक वेनेजुएला में फूड इनफ्लेशन यानी खाने पीने की चीजों की महंगाई 403 फीसदी है। यह दुनिया में सबसे अधिक है। वेनेजुएला में महंगाई का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भारत में यह 9.94% फीसदी है। यानी भारत की तुलना में वेनेजुएला में खाने पीने की चीजों की कीमत करीब 40 गुना ज्यादा है।
क्यों हुई ऐसी हालत
अब सवाल यह उठता है कि प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर वेनेजुएला की यह हालत कैसे हुई। एक जमाने में वेनेजुएला की गणना दुनिया के अमीर देशों में होती थी। लेकिन पिछले कुछ साल से देश में खाने-पीने की चीजों की महंगाई बहुत ज्यादा बनी हुई है। राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने कर्ज के भुगतान के लिए बेतहाशा पैसे छापे। इससे करेंसी की कीमत काफी गिर गई। मादुरो ने 2019 में करेंसी कंट्रोल में छूट दी। रुढ़िवादी आर्थिक नीतियों के साथ-साथ सरकारी खर्चे में कमी और टैक्स में बढ़ोतरी से देश में करीब एक साल तक महंगाई सिंगल डिजिट में रही। लेकिन पिछले साल से अंत में वेनेजुएला में महंगाई तेजी से बढ़ी।
आज हालत यह हो गई है कि वेनेजुएला के संपन्न लोग भी खाने पीने की चीजों की खरीदने की स्थिति में नहीं हैं। देश के बाजार खाने-पीने की चीजों से भरे पड़े हैं लेकिन उन्हें खरीदने की हैसियत कम ही लोगों के पास है। हालत यह है कि जिंदा रहने के लिए लोग दिन में एक ही समय खाना खा रहे हैं। अधिकांश लोग चैरिटी पर निर्भर हैं। देश की आधी से अधिक आबादी घोर गरीबी में जी रही है। हाल में आए एक सर्वे के मुताबिक 41 फीसदी से अधिक लोगों का कहना है कि वे रोजाना एक समय का खाना छोड़ रहे हैं।
किन देशों में है सबसे ज्यादा महंगाई
वेनेजुएला के बाद दुनिया में सबसे ज्यादा महंगाई लेबनॉन में है। इस देश में फूड इन्फ्लेशन 274 परसेंट है। महंगाई के मामले में अर्जेंटीना, तुर्की और मिस्र टॉप पांच में शामिल हैं। पाकिस्तान में खाने पीने की चीजों की महंगाई 33.1 परसेंट है और यह सबसे ज्यादा महंगाी वाली देशों की लिस्ट में सातवें नंबर पर है। बांग्लादेश में खाने पीने की चीजों की महंगाई 12.54 परसेंट है जबकि ब्रिटेन में 13.6 परसेंट और अमेरिका में 4.3 परसेंट। दक्षिण सूडान में फूड इन्फ्लेशन -18.4 परसेंट, अफगानिस्तान में -11.2 परसेंट और चीन में -1.7 परसेंट है। यानी इन देशों में खानेपीने की चीजों की कीमत उनकी लागत से कम है।