चंडीगढ़। मोटापा, जंक फूड और गलत व्यायाम युवाओं में भी गठिया की समस्या बढ़ा रहा है। गठिया के 30 से 90 वर्ष तक के मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं। गठिया बीमारी की मरीजों में औसतन उम्र 50 से 65 वर्ष है। जैसे-जैसे इंसान में बुढ़ापा बढ़ता है, घुटनों में दिक्कत शुरू हो जाती है। भारत में जागरूकता की कमी के चलते लोग समय पर डॉक्टर को नहीं दिखाते हैं, जिससे अधिक ऑपरेशन हो रहे हैं। समय पर डॉक्टर से सलाह ली जाए तो गठिया को दवा से भी ठीक किया जा सकता है। यह बात मोहाली स्थित एक निजी अस्पताल के गठिया रोग विशेषज्ञ डॉ. गगनदीप ने कही। डॉ. गगनदीप ने बताया कि आजकल हम साइकिल से बाइक और कार पर आ गए हैं। घर में काम करने के लिए पालथी मारकर बैठने के बजाय कुर्सी इत्यादि पर बैठने का प्रचलन अधिक है, जिसके कारण घुटनों की सामान्य दिनचर्या में होने वाले हल्के व्यायाम खत्म हो गए हैं। गठिया से बचाव के लिए स्ट्रैचिंग के साथ व्यायाम और साइक्लिंग को दिनचर्या का हिस्सा बनाना चाहिए।