फूड एग्रीगेटर कंपनी जोमैटो (Zomato) ने एक्सट्रीम (Xtreme) ऐप के जरिए अब हाइपरलोकल डिलीवरी की भी शुरुआत कर दी है. ये सर्विस उन सभी जगहों पर उपलब्ध होगी, जहां अभी तक कंपनी की तरफ से फूड डिलीवरी की जाती है. बता दें कि मौजूदा समय में जोमैटो करीब 750-800 शहरों में फूड डिलीवरी (Food Delivery) की सेवा देता है. Xtreme एक लॉजिस्टिक्स सेवा है, जिसके जरिए व्यापारियों को कोई भी पार्सल भेजने या मंगाने की सुविधा मिलती है. जोमैटो के पास अभी करीब 3 लाख डिलीवरी पार्टनर हैं.
आइए समझते हैं क्या है Zomato Xtreme
यह ऐप इंट्रा-सिटी पैकेज डिलीवरी के लिए है. इसके तहत अधिकतम 10 किलो का पैकेज डिलीवर किया जा सकता है, जिसकी शुरुआती कीमत 35 रुपये है. व्यापारी अपने शिपमेंट को ट्रैक कर सकेंगे. मौजूदा वक्त में सिर्फ एंड्रॉइड यूजर ही इस सुविधा का इस्तेमाल कर सकते हैं. बता दें कि जोमैटो ने बी2बी लॉजिस्टिक्स सेवा की टेस्टिंग मई के महीने में ही शुरू कर दी थी. जोमैटो की ये सेवा स्विगी के जिनी, डंजो के डी4बी, लोडशेयर, वीफास्ट, ब्लोहॉर्न जैसे बिजनेस को टक्कर देगी.
कंपनी की वित्तीय हालत पर क्या होगा असर?
ऑनलाइन फूड डिलीवरी (Food Delivery) कंपनी जोमैटो (Zomato) ने कुछ समय पहले ही इस साल की पहली तिमाही का रिजल्ट जारी किया था. जून तिमाही में कंपनी को 2 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है. यह पहली बार है जब कंपनी मुनाफे में आई है. पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी को 186 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था. मार्च तिमाही में भी कंपनी को 188 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था.
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इस तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू करीब 71 फीसदी बढ़कर 2,416 करोड़ रुपये हो गया, जो इसी तिमाही में एक साल पहले 1,414 करोड़ रुपये था. ऐसे में मुनाफे में आने के बाद अब कंपनी ने अपने बिजनेस का विस्तार करने की योजना बनाई है. जोमैटो कमाई के कई जरिए बनाना चाहती है. साथ ही कंपनी का टारगेट ये भी है कि आने वाली तिमाही में भी वह मुनाफे में रहे. हालांकि, एक नई फील्ड में एंट्री करने पर उम्मीद की जा रही है कि जोमैटो का बड़ा खर्चा होगा और फिर से कंपनी में कुछ नुकसान उठाना पड़ सकता है.