शिवांजली छाया | पटना3 घंटे पहले
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जब लोगों के मनोरंजन के लिए सिनेमा नहीं हुआ करता था, तब उनके मनोरंजन के लिए थिएटर बड़ा सहारा था। पटना का रंगमंच से पुराना नाता रहा है। आजादी के पहले से पटना में कई नाट्य मंडली स्थापित थी। आज 27 मार्च को ‘वर्ल्ड थिएटर डे’ है।
इस मौके पर आज हम जानेंगे बिहार के सबसे पहले थिएटर की कहानी,