ऊना। त्योहारी सीजन को लेकर खाद्य सुरक्षा विभाग ने सैंपलिंग शुरू कर दी है। इसके अलावा विभाग की ओर से मोबाइल टेस्टिंग वैन की मदद से भी जिले के विभिन्न स्थानों पर खाद्य उत्पादों के सैंपल भी लिए गए हैं। विभाग ने बीते दिनों ऊना, गगरेट और बड़ूही क्षेत्रों से मिठाई सहित अन्य खाद्य वस्तुओं के सैंपल एकत्रित कर जांच के लिए कंडाघाट स्थित प्रयोगशाला में भेज दिया है। इसके अलावा आगामी त्योहारी सीजन के लिए मिठाई तैयार कर रहे दुकानदारों को नियमों के हिसाब से ही मिठाई तैयार करने और बेचने के निर्देश दिए हैं।
त्योहारों में मिठाईयों की मांग सबसे अधिक बढ़ जाती है। इस पर पैनी नजर रखते हुए खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने जिलेभर में कार्रवाई करना शुरू कर दी है। बीते आठ दिनों में टीम ने विभिन्न स्थानों से 30 सैंपल एकत्रित कर उसे जांच के लिए भेज दिया है। इस कार्रवाई के दौरान विभाग ने दुकानदारों को मिलावट वस्तुओं के प्रयोग करने पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। बता दें कि त्योहारी सीजन को लेकर जिलेभर में मिठाईयां बनाने का काम भी शुरू हो गया है। ऐसे में विभाग की टीम जिले के विभिन्न हिस्सों में जाकर कार्रवाई कर रही है। टीम की तरफ से मिठाई बनाने वाले स्थान पर साफ-सफाई, मिठाई में प्रयोग होने वाली सामग्री की गुणवत्ता, रंग का कितना प्रयोग किया गया है इसकी गहनता से जांच की जा रही है। विभाग की टीम के अलावा मोबाइल फूड टेस्टिंग वैन के माध्यम से भी जिलेभर में जांच प्रक्रिया चल रही है। साथ ही पंजाब के साथ सटा होने के कारण बाहरी राज्यों से आने वाले नकली खोया और अन्य उत्पादों को लेकर भी कार्रवाई की जा रही है।
बॉक्स : फैणियों की भी होगी जांच
जिले में इन दिनों करवाचौथ को लेकर फैणियां बनाने का काम चल रहा है। इसे लेकर भी जिन-जिन स्थानों पर फैणियों का निर्माण हो रहा है। उन स्थानों पर जाकर सैंपलिंग की जाएगी। इसके अलावा जो दुकानदार बनी बनाई फैणियां रखते हैं। उन दुकानों पर भी जाकर सैंपल लिए जाएंगे ताकि खाद्य उत्पादों की गुणवत्ता का पता लग सके।
कोट्स
त्योहारी सीजन को लेकर विभाग सतर्क है। बीते दिनों में विभिन्न स्थानों से मिठाई और अन्य उत्पादों के सैंपल लिए गए हैं। आगामी दिनों में इस प्रक्रिया को तेज किया जाएगा। फैणियों के जांच के लिए भी प्रक्रिया शुरू की जा रही है। मिठाई निर्माता गुणवत्ता को लेकर विशेष ध्यान दें।
-जगदीश धीमान, सहायक आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं विनियमन