कच्ची याददाश्त को पक्का कर देगी ये चीज, दिमाग की ताकत होगी डबल, हड्डियां बन जाएंगी पत्थर


बुढ़ापे में याददाश्त कच्ची हो जाती है। पोषण न मिलने से अब जवानी में ही लोगों को भूलने की बीमारी हो चली है। वैज्ञानिक याददाश्त बढ़ाने का उपाय खोजते रहते हैं। जिसमें उन्हें कामयाबी भी मिल चुकी है। एक चीज को लेकर याददाश्त को मजबूत किया जा सकता है। बुढ़ापे में भी आपको एक-एक बात याद रहेगी।

याददाश्त कैसे बढ़ाएं? मेमोरी पावर बढ़ाने के लिए ब्रेन एक्सरसाइज करनी चाहिए। लेकिन इससे ज्यादा जरूरी खाने की चीजें होती हैं। इनसे हमें पोषण मिलता है जो दिमाग को ताकतवर बनाता है। दिमाग ज्यादा बढ़िया काम करने लगता है। रिसर्च (ref.) के मुताबिक दिमाग की क्षमता बनाए रखने के लिए विटामिन डी लेना चाहिए। यह बुढ़ापे में भी भूलने नहीं देगा। साथ में विटामिन डी हड्डियों को भी मजबूत बनाएगा।

मशरूम

मशरूम

शोध कहता है कि विटामिन डी के लिए मशरूम खाने चाहिए। इसमें विटामिन डी, विटामिन बी6 और सेलेनियम की काफी मात्रा होती है। यह फूड रेड ब्लड सेल्स बनाने में मदद करता है। दिमाग को पोषण मिलता है और कॉग्निटिव फंक्शन को सुधारता है।

दूध

दूध

दूध आपके दिमाग को तेज बनाता है। यह दिमाग के विकास के लिए भी जरूरी है। इसलिए बच्चों को इसका सेवन जरूर करवाया जाता है। इसमें हेल्दी फैट्स होते हैं जो दिमाग की नसों को मजबूत रखते हैं।

तेज दिमाग के लिए 5 फूड

Top 5 Foods For Brain Health : 5 फूड जो दिमाग शार्प करने में करते हैं मदद,आज ही डाइट में करें शामिल

सोया मिल्क

सोया मिल्क

कुछ लोगों को गाय-भैंस के दूध से एलर्जी होती है। इसमें लैक्टोज होता है जिसे शरीर पचा नहीं पाता। ऐसे लोग सोया मिल्क का सेवन करें। इसमें प्रचुर विटामिन डी होता है। जो मेमोरी पावर और ब्रेन के लिए हेल्दी होता है।

फैटी फिश

फैटी फिश

मछली खाने वालों का दिमाग हेल्दी पाया जाता है। इसमें नेचुरल विटामिन डी होता है। नॉन वेजिटेरियन लोग आराम से यह पोषक तत्व प्राप्त कर सकते हैं। सैल्मन, मैकरेल, सार्डिन, रोहू को खाने की आदत जरूर डालें।

फोर्टिफाइड फूड

फोर्टिफाइड फूड

विटामिन डी की भारी कमी है तो फोर्टिफाइड फूड खाएं। दूध, सीरियल, ओटमील और संतरे के जूस में अलग से विटामिन डाला जाता है। जिससे मेमोरी पावर तेजी से काम करने लगती है। बच्चों के लिए यह ब्रेन फूड्स काफी फायदेमंद हैं।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।


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