TATA ने BMW से मिलाया हाथ, ऑटोमोटिव सॉफ्टवेयर बनाएंगी कंपनियां! जानें क्या होगा फायदा


Tata Technologies and BMW Group: देश की प्रमुख डिजिटल सर्विस फर्म कंपनी टाटा टेक्नोलॉजीज और जर्मन कंपनी बीएमडब्ल्यू ग्रुप ने आज कहा कि वे भारत में ऑटोमोटिव सॉफ्टवेयर और आईटी डेवलपमेंट सेंटर स्थापित करने के लिए एक ज्वाइंट वेंचर बनाएंगे. इसके लिए कंपनियों के एक संयुक्त बयान में कहा गया है कि दोनों कंपनियों ने पुणे, बेंगलुरु और चेन्नई में ऑटोमोटिव सॉफ्टवेयर और आईटी डेवलपमेंट सेंटर स्थापित करने की योजना पर काम कर रही हैं.

शेयरों में तगड़ा उछाल: 

टाटा टेक्नोलॉजीज और बीएमडब्ल्यू ग्रुप ने इस ज्वाइंट वेंचर समझौते पर हस्ताक्षर किया है.  टाटा टेक्नोलॉजीज ने जैसे ही इस ज्वाइंट वेंचर का ऐलान किया उसके ठीक बाद कंपनी के शेयरों में लगभग 6% की वृद्धि हुई है. बेंगलुरु और पुणे में मुख्य डेवलपमेंट और ऑपरेशन एक्टिविटी होगी वहीं चेन्नई में बिजनेस IT सॉल्यूशन पर फोकस किया जाएगा. कंपनियों के संयुक्त बयान में कहा गया है कि, इस ज्वाइंट वेंचर का एग्रीमेंट संबंधित अधिकारियों द्वारा रिव्यू और अप्रूव किया जाएगा.

क्या करेगा ये ज्वाइंट वेंचर?

ये ज्वाइंट वेंचर ऑटोमेटेड ड्राइविंग और डैशबोर्ड सिस्टम सहित विभिन्न सुविधाओं के लिए ऑटोमोटिव सॉफ्टवेयर बनाने पर फोकस करेगा. कंपनियों के संयुक्त बयान में कहा गया है कि, नया ज्वाइंट वेंचर ऑटोमोटिव सॉफ्टवेयर डिलीवर करेगा जिनका इस्तेमाल बीएमडब्ल्यू के प्रीमियम वाहनों में किया जाएगा. इसके अलावा कंपनी के बिजनेस के लिए सॉफ्टवेयर तैयार करने की भी जिम्मेदारी भी इस ज्वाइंट वेंचर पर होगी.

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जानिए क्या होगा फायदा:

टाटा टेक्नोलॉजीज में ऑटोमोटिव सेल्स के प्रेसिडेंट नचिकेत परांजपे ने कहा, “लगातार विकसित होते ऑटोमोटिव परिदृश्य में, सॉफ्टवेयर-डिफाइंड वाहन की ओर ये नई यात्रा ऑटोमोटिव सॉफ्टवेयर और वाहनों के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण बदलाव की तरह है.” परांजपे ने कहा, “हम अपने अनुभव एवं जानकारी को बीएमडब्ल्यू समूह के साथ साझा करेंगे ताकि ऐसे वाहनों का निर्माण किया जा सके जो न केवल टेक्नोलॉजिकली एडवांस होंगी बल्कि दुनिया भर में ग्राहकों को असाधारण अनुभव प्रदान करेंगे.”

जाहिर है कि, एक आम आदमी को इस ज्वाइंट वेंचर का सबसे बड़ा लाभ एडवांस और सुरक्षित वाहनों के तौर पर मिलेगा. इसके अलावा इस नए ज्वाइंट वेंचर से जहां भी सेंटर बनाए जाएंगे वहां पर नई नौकरियों के अवसर भी सामने आएंगे. 

हालाँकि, अभी इस समझौते के फाइनेंशियल डिटेल्स का खुलासा नहीं किया गया है. इस साझेदारी के तहत, टाटा टेक्नोलॉजीज और बीएमडब्ल्यू समूह परस्पर नई कंपनी में 50% हिस्सेदारी रखेंगे. बता दें कि, टाटा मोटर्स की सहायक कंपनी टाटा टेक्नोलॉजीज, ऑटोमोटिव, एयरोस्पेस और भारी मशीनरी निर्माताओं को इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी सर्विस प्रदान करने में माहिर है.


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