शाहडोलPublished: Apr 06, 2024 11:59:25 am
शहर से सटे दियापीपर में कमिश्नर को मिली अव्यवस्था, खाद्यान्न वितरण की खुली पोल
खाद्य अधिकारी को लगाई फटकार, कहा- दुकानों का कराएं निरीक्षण

कमिश्नर के निरीक्षण में खुली पोल, ग्रामीणों को बांट रहे थे अमानक खाद्यान्न, नाप तौल मशीन भी बंद मिली
शहडोल. ग्रामीण अंचलों में संचालित राशन दुकानों में बड़े स्तर पर हेरफेर की जा रही है। कमिश्नर के निरीक्षण में कई खामियां उजागर हुई। कमिश्नर बीएस जामोद ने स्कूलों आंगनबाड़ी केन्द्रों, गेहूं उपार्जन केन्द्रों और उचित मूल्य की दुकानों का आकस्मिक निरीक्षण किया। कमिश्नर ने ग्राम पंचायत दियापीपर के उचित मूल्य की दुकान का निरीक्षण किया। दुकान में नाप तौल की मशीन का निरीक्षण किया जो बंद मिली। इसके अलावा दुकान में अमानक स्तर का खाद्यान्न मिला, जिसे हितग्राहियों को बांटने के लिए रखा था। नमक के पैकेट भी गुणवत्ताहीन पाए गए। निरीक्षण के दौरान कमिश्नर को उचित मूल्य की दुकान में स्टाक की जानकारी प्रदर्शित नहीं होने पर नाराजगी जताई। साथ ही निर्देशित किया कि उचित मूल्य की दुकान में नाप तौल की मशीन को तत्काल ठीक कराया जाए तथा राशन दुकान में स्टाक की जानकारी भी प्रदर्शित की जाए। कमिश्नर ने असवारी में संचालित उचित मूल्य की दुकान का भी निरीक्षण किया। इस दौरान कमिश्नर ने नापतौल मशीन और स्टाक रजिस्टर का निरीक्षण किया तथा उचित मूल्य की दुकान की व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए। इस दौरान कमिश्नर ने फूड कंट्रोलर पर भी नाराजगी जताई। कमिश्नर ने प्राथमिक शाला चोरमरा का निरीक्षण किया। बच्चों से किताब भी कमिश्नर ने पढ़वाई। कमिश्नर ने आंगनबाडी केन्द्र सरसी, प्राथमिक शाला सरसी के निरीक्षण के दौरान बच्चों को मीनू के अनुरूप मध्यान्ह भोजन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान संयुक्त आयुक्त विकास मगन सिंह कनेश, एसडीएम प्रगति वर्मा, जिला आपूर्ति नियंत्रक विपिन पटेल भी रहे।
खाद्यान्न घोटाले को लेकर सुर्खियों में रहा शहडोल
शहडोल में लंबे समय से खाद्यान्न कारोबारी हेरफेर कर रहे हैं। पूर्व में भी खाद्यान्न घोटाले को लेकर शहडोल प्रदेश में सुर्खियों में रहा। मुख्यमंत्री भी फटकार लगा चुके हैं। इसके बाद भी खाद्य विभाग की जांच व कार्रवाई कागजों तक ही है। सांठगांठ की वजह से ये कारोबारी फिर सक्रिय हो गए हैं।