Tesla
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दुनिया में जानी पहचानी टेस्ला कार कंपनी के संस्थापक व पूर्व मुख्य कार्यकारी मार्टिन एबरहार्ड ने कहा है कम लागत वाली कार योजाओं को रद्द करने की आलोचना की है। उन्होंने हांगकांग में एचएसबीसी वैश्विक निवेश शिखर सम्मेलन के दौरान कहा, यह सुनना ‘शर्मनाक’ था कि ऑटोमेकर चीन में जबरदस्त प्रतिस्पर्धा के बीच टेस्ला कंपनी ऐसी योजना बना रही है। कंपनी अब एलन मस्क के हाथों में है।
टेस्ला लंबे समय से अपने ग्राहकों के साथ सस्ती कार के लिए किए गए वादे को रद्द कर रही है। जबकि इस परियोजना पर निवेशक भरोसा जता रहे थे। यह निर्णय लक्ष्य छोड़ने का मामला है, जबकि एलन मस्क ने इसे जनता के लिए सस्ती इलेक्ट्रिक कारों के तौर पर प्रचारित किया था।
चीन के पास बढ़ने का मौका
एबरहार्ड ने कहा, हमने पढ़ा है कि टेस्ला अपने लो-एंड मॉडल में देरी कर रहा है या उसे खत्म कर रहा है। यह उनके लिए शर्म की बात है, लेकिन यह संकेत है कि चीन के पास वास्तव में वहां आगे बढ़ने का मौका है।
कंपनी की निगाहें भारतीय बाजार पर
भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में माना जा रहा है कि टेस्ला कंपनी की निगाहें भारत के बाजार पर लगी हैं। कंपनी को उम्मीद है कि यह देश अब चीन और अमेरिका के बाद तीसरा सबसे बड़ा वाहन बाजार हो सकता है। टेस्ला शुरू में आयात मार्ग के जरिये इलेक्ट्रिक वाहन लाएगी। अगर कोई कंपनी कुछ शर्तों का पालन करती है, तो भारत सरकार का हालिया आयात शुल्क कम करने का फैसला मदद करेगा।
इलेक्ट्रिक कारों पर ध्यान केंद्रित
जानकारी के मुताबिक, टेस्ला ने अपनी सस्ती कार की योजना को रद्द कर दिया है, लेकिन कंपनी उसी छोटे वाहन प्लेटफॉर्म पर सेल्फ-ड्राइविंग रोबोटैक्सिस विकसित करना जारी रखेगी। टेस्ला ने टिप्पणी के अनुरोध का तुरंत जवाब नहीं दिया। लेकिन माना जा रहा है कि टेस्ला का ध्यान राइट-हैंड-ड्राइव इलेक्ट्रिक कारों का निर्माण पर लगा है।