सेंट्रल लॉकिंग सिस्टम: कार हादसे में मौत की वजह बनता जा रहा ये फीचर! जानें कैसे करें बचाव


मॉर्डन कारों में एक से बढ़कर एक सेफ्टी फीचर्स दिए जा रहे हैं ताकि हादसे के वक्त पैसेंजर की जान बचाई जा सके. समय के साथ जो फीचर्स कभी प्रीमियम हुआ करते थें वो अब एंट्री-लेवल कारों में भी दिया जा रहा है. उन्हीं में से एक फीचर है सेंट्रल लॉकिंग सिस्टम, जो आज तक बहुतायत सड़क हादसों में दरवाजों को लॉक कर मौत का कारण बनता जा रहा है. सेफ्टी के लिए दिए जाने वाले इस फीचर को लेकर लोगों के जेहन में तमाम तरह के सवाल उठ रहे हैं. ताजा मामले की बात करें तो राजस्थान के सीकर में हुए सड़क हादसे में हुई मौतों के पीछे सेंट्रल लॉकिंग सिस्टम को भी एक कारण के तौर पर देखा जा रहा है.

राजस्थान के सीकर जिले के फतेहपुर में बीते कल एक भयानक सड़क हादसा हो गया. इस एक्सीडेंट में एक परिवार के 7 लोग जिंदा जल गए . दरअसल, रविवार की दोपहर ढाई बजे एक कार ने ट्रक में टक्कर मार दी. इस दुर्घटना के बाद कार में आग लग गई और देखते-देखते पूरी कार आग के लपटों से घिर गई और उसमें सवार सभी लोग जिंदा जल गए. बताया जा रहा है कि, हादसे के वक्त कार के दरवाजे लॉक हो गए थें जिसके चलते कार सवार बाहर नहीं निकल सकें. 

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कैसे हुआ हादसा? 

जानकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश के मेरठ के रहने वाले हार्दिक बिंदल अपने परिवार के साथ जीण माता और बालाजी के दर्शन कर वापस घर लौट रहे थें. रास्ते में जब वो सीकर जिले में फतेहपुर कोतवाली इलाके की आशीर्वाद पुलिया के पास पहुंचे थे तभी उनकी कार आगे चल रहे ट्रक से जा टकराई. टक्कर इतनी तेज थी कि, कार का अगला हिस्सा ट्रक में जा घुसा और गाड़ी में आग लग गई.

इससे पहले कि कार में सवार लोग गाड़ी से बाहर निकल पाते भयानक आग ने पूरी कार को अपने जद में ले लिया था. दूसरी ओर ट्रक पर लदा पेपर रोल (Paper Roll)  इस आग में घी का काम किया और देखते ही देखते कार में सवार सभी 7 लोग जिंद जल गए.

क्या सेंट्रल लॉकिंग सिस्टम बना बाधा:

बताया जा रहा है कि, हादसे के वक्त कार सवार बाहर निकलने का प्रयास कर रहे थें, लेकिन कार के दरवाजे नहीं खले और वो बाहर नहीं निकल पाए. महज कुछ मिनटों में ही आग ने पूरी कार को ख़ाक में बदल दिया. जब तक फायर ब्रिगेड की टीम पहुंचती तब तक सातों लोगों के शव बुरी तरह जल चुके थे. बाद में क्रेन की मदद से कार को लोहे की चेन से बांधकर ट्रक के नीचे से खींचा गया. आप वीडियो में देख सकते हैं कि, कार चालक का हाथ बाहर दरवाजे की तरफ लटक रहा है.

ऐसे में सवाल ये है कि, क्या हादसे के वक्त कार के दरवाजे खुल जाते तो कार में सवार लोगों की जान बचाई जा सकती थी? बिल्कुल… यदि समय रहते कार सवार बाहर आ जाते तो बहुत मुमकिन है कि उनकी जान बच सकती थी. तो आखिर ऐसा क्या हुआ जो वो बाहर नहीं निकल सकें. इसके पीछे सबसे बड़ी वजह सेंट्रल लॉकिंग सिस्टम को माना जा रहा है. यात्रियों की सेफ्टी के लिए दिया जाने वाला ये फीचर आखिर किस तरह कार हादसों में मौत का कारण बन रहा है. 

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क्या होता है सेंट्रल लॉकिंग सिस्टम?

सबसे पहले तो यह समझना होगा कि, आखिर सेंट्रल लॉकिंग सिस्टम क्या होता है. शुरुआत में ये फीचर केवल प्रीमियम कारों में ही दिया जाता था. लेकिन आज के समय में ये फीचर तकरीबन हर कारों में दिया जा रहा है. ये तकनीक कार के सभी दरवाजों को एक साथ लॉक और अनलॉक करने की सुविधा देता है. इसे ड्राइवर साइड में दिए जाने वाले एक लॉक बटन के अलावा रिमोट से भी ऑपरेट किया जा सकता है. इस सिस्टम से लैस कार के सभी दरवाजों को अलग-अलग लॉक/अनलॉक करने की जरूरत नहीं होती है. मॉर्डन कारों में रिमोट (Remote Key) भी दिया जा रहा है, जो कि एक फिक्स दूरी से ही कार के सभी दरवाजों (डिग्गी भी) को लॉक और अनलॉक कर देता है.

कैसे काम करता है ये सिस्टम:

सेंट्रल लॉकिंग सिस्टम की कोड्स (Key Codes) और रेडियो वेव्स पर काम करता है. आम भाषा में समझें तो कार की चाबी (Remote Key) एक ट्रांसमीटर का काम करती है और कार एक रिसीवर का काम करता है. जब कार को रिमोट से दरवाजों को लॉक या अनलॉक करने का कमांड मिलता है तो ये सिस्टम ठीक वैसे ही फंक्शन करता है. ये तभी संभव है तब कार को वही कोड मिले. यही कोड्स ड्राइविंग सीट पर दिए जाने वाले लॉक बटन से ऑपरेशन के लिए भी लागू होता है.

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इसके अलावा, अगर कार को चाबी से लॉक किया जाता है, तो इम्मोबिलाइज़र (Immobiliser) बंद हो जाता है. इम्मोबिलाइज़र इंजन में दिया जाने वाला एक तरह का सेफ्टी डिवाइस होता है जो ट्रांसमीटर या चाबी के कमांड पर इंजन को बंद करके कार को चोरी होने से भी बचाता है. नई कारों में ये सिस्टम कंपनी फिटेड आता है, जबकि पुरानी कारों में लोग इसे आफ्टर मार्केट भी लगवाते हैं.
 
इस फीचर के क्या हैं फायदे?

सेंट्रल लॉकिंग सिस्टम का एकमात्र और सबसे बड़ा फायदा यही है कि आप आसानी से कार के सभी दरवाजों को लॉक या अनलॉक कर सकते हैं. यदि आप अपनी कार में बच्चों के साथ सफर कर रहे हैं और बच्चे पिछली सीट पर बैठे हैं तो आप ड्राइविंग सीट पर बैठे-बैठे ही डोर्स को लॉक कर सकते हैं. चलती कार में दरवाजों का बंद होना बेहद जरूर है और ये फीचर इसकी पूरी सुविधा प्रदान करता है.

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ये सिस्टम कार को चोरी होने से भी बचाता है. जैसे ही कार के दरवाजों से छेड़खानी की जाती है तो ये सिस्टम में लगा अलार्म बजने लगता है. इसे केवल कार की चाबी से ही बंद किया जा सकता है. तो कार चोरी की घटनाओं को रोकने के मामले में भी ये फीचर उपयोगी साबित होता है. इसके अलावा सड़क पर दौड़ती कार का यदि कोई दरवाजा खुला हो या ठीक ढंग से बंद न हो तो डैशबोर्ड पर एक ब्लिंक लाइट के जरिए आपको ये सिस्टम अलर्ट भी करता है.

हादसों के वक्त बड़ा नुकसान:

जहां इस सिस्टम के कुछ फायदे हैं वहीं ये सिस्टम जानलेवा भी बन रहा है. हाल के दिनों में कई सड़क हादसों में देखने को मिला है कि, एक्सीडेंट के दौरान सेंट्रल लॉक के चलते कार सवार गाड़ी से बाहर नहीं आ पाएं और आग या धुंए के चपेट में आने के चलते उनकी मौत हो गई. 

क्यों घातक बनता है सेंट्रल लॉकिंग सिस्टम?

जैसा ही कोई सड़क हादसा होता है और कार किसी ऑब्जेक्ट या दूसरे वाहन से टकराता है. तो इस स्थिति में कार के इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम का डैमेज होना स्वाभाविक है. बॉडी के डैमेज होने या फिर वायरिंग डिस्टर्ब होने के चलते इलेक्ट्रॉनिक्स काम करना बंद कर देते हैं. ऐसे में यदि कार का सेंट्रल लॉकिंग सिस्टम पहले से ही ऑन होता है तो दरवाजे भी लॉक हो जाते हैं. क्योंकि ये तभी खुलेंगे जब इन्हें कोड्स के जरिए कमांड मिलेगा. इसके अलावा टक्कर के वजह से कार के दरवाजे या फ्रेम भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो जाते है जिसके चलते दरवाजे जाम हो जाते हैं. इस आपात स्थिति में लोग कार से बाहर नहीं आ पाते हैं. 

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ऐसी स्थिति में क्या करें? 

एक्सीडेंट के दौरान कार के दरवाजे लॉक होने पर आपका एकमात्र लक्ष्य यही होना चाहिए कि, आप किसी भी तरह से कार से बाहर निकलें. क्योंकि कार में फ्यूल (पेट्रोल, डीजल या CNG) के अलावा बैटरी भी ज्वलनशील कंपोनेंट्स की तरह काम करता है. इस मामले में कुछ टूल्स ऐसे हैं जो आपके लिए मददगार साबित हो सकते हैं. आप अपनी कार में इन टूल्स को जरूर रखें- 

1- हथौड़ा: कार में हमेशा एक छोटी हथौड़ी (Hammer) जरूर रखें, जो न केवल हैंडी हो बल्कि उसमें वजन भी हो. इसकी मदद से कार के विंडो या विंडशील्ड को तोड़ कर कार सवार बाहर आ सकता है.

2- सीट-बेल्ट कटर: हादसे के वक्त बहुत मुमकिन है कि सीट बेल्ट जाम हो जाए. ऐसे में सीट-बेल्ट कटर बहुत कारगर साबित होगा. इस टूल की मदद से आप आसानी से सीट बेल्ट को काट सकते हैं और बाहर निकल सकते हैं.

3- सर्वाइवल विसल: अपनी कार में एक सर्वाइवल विसल (Survival Whistle) जरूर रखें. यदि कार रोड के नीचे किसी गढ्ढे इत्यादि में गिरती है तो आप इस सीटी की मदद से मदद बुला सकते हैं. इनकी आवाज काफी तेज होती है. 

4- फ़ायर इस्टींग्युशर: कार में अपनी सीट के नीचे या फिर फ्रंट पिलर एक अग्निशामक यंत्र (Fire Extinguisher) जरूर रखें. हादसे के वक्त कार में लगी आग को बुझाने के लिए ये बहुत ही कारगर उपकरण साबित होगा.


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