बजाज ऑटो (Bajaj Auto) के शेयरहोल्डर्स के लिए एक अच्छी खबर है. कंपनी की नई डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन पॉलिसी (Dividend Distribution Policy) के तहत शेयरहोल्डर्स को FY23 की तुलना में चार गुना ज्यादा पेआउट मिल सकता है.
BQ प्राइम के कैलकुलेशन के हिसाब से कंपनी FY24 में 575 रुपये/शेयर का डिविडेंड दे सकती है. कंपनी ने FY23 में 140 रुपये/शेयर के हिसाब से डिविडेंड दिया था.
FY23 में कंपनी के पास 18,861 करोड़ रुपये का सरप्लस फंड था. अपडेटेड डिस्ट्रीब्यूशन पॉलिसी के तहत, FY24 कंपनी के सबसे ज्यादा पेआउट कैटेगरी के काबिल है.
कंपनी ने सरप्लस फंड को ग्रुप की कंपनियों के इक्विटी शेयरों और स्ट्रैटेजिक इन्वेस्टर्स को छोड़कर, फाइनेंशियल एसेट्स में इन्वेस्टमेंट के रूप में परिभाषित किया है.
ब्लूमबर्ग ने कंपनी का नेट प्रॉफिट FY24 में 6,993.80 करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया है. इसमें अगर 70% पेआउट रेश्यो के हिसाब से बजाज ऑटो एक शेयर पर 575.7 रुपये तक का डिविडेंड दे सकता है.
नई पॉलिसी में पहले की तुलना में एक सुधार है. इसमें 15,000 करोड़ रुपये से अधिक सरप्लस होने पर 90% तक भुगतान का प्रावधान तो था, लेकिन कोई न्यूनतम सीमा नहीं थी. नई पॉलिसी में कंपनी ने कम से कम 70% भुगतान का वादा है.
अगर सरप्लस फंड 7,500-15,000 करोड़ रुपये की सीमा में रहा, तो पेआउट रेश्यो 70% तक हो सकता है. वहीं अगर ये 7,500 करोड़ रुपये से कम रहा, तो पेआउट रेश्यो 50% तक हो सकता है.
बजाज ऑटो ने पिछले चार सालों में 20% से अधिक का पेआउट रेश्यो बनाए रखा है. 2023 में फाइनल डिविडेंड 140 रुपये/शेयर था.
गुरुवार को इंट्राडे ट्रेड्स के दौरान कंपनी के शेयर 5.7% बढ़ने के बाद 5,431.6 रुपये की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए, जबकि बेंचमार्क निफ्टी 50 में 0.11% की गिरावट आई थी.