कई कंपनियों में की नौकरी
अर्पिता अदिति एमआईटी से बायोटेक इंजीनियरिंग ग्रेजुएट हैं। दिल फूड्स उनके दिमाग की उपज है। यह फूड इंडस्ट्री के प्रति अर्पिता के जुनून को दिखाता है। दिल फूड्स को शुरू करने से पहले अर्पिता ने हिमालयन ड्रग्स, रिलायंस कैपिटल और स्विगी में काम किया। अर्पिता को फूड इंडस्ट्री में एक आकर्षक मौके की तलाश थी। जैसे ही यह दिखा उन्होंने पूरे विश्वास के साथ उसमें छलांग लगा दी। दिल फूड्स को लॉन्च करने का उनका फैसला रणनीतिक था। इसके जरिये उन्होंने अपने पिछले वेंचर न्यूटनबोल्ट से शिफ्ट किया। यह रेस्तरां की ऑनलाइन उपस्थिति का प्रबंधन करने वाली एक बिजनेस एजेंसी थी।
वर्चुअल किचन की तरह काम करता है वेंचर
दिल फूड्स वर्चुअल किचन के तौर पर काम करता है। इसने बेंगलुरु और हैदराबाद में कई स्थानीय भोजनालयों के साथ पार्टनरशिप की हुई है। कंपनी आठ अलग-अलग वर्चुअल फूड ब्रांड ऑपरेट करती है। इनमें से हरेक अलग-अलग क्षेत्रीय भारतीय व्यंजन में महारत रखता है। उनकी स्ट्रैटेजी दिल फूड्स नाम के ब्रांड के तहत डेली मील ऑपरेशन का प्रबंधन करने के इर्द-गिर्द घूमती है।
111 फूड आउटलेट्स के साथ पार्टनरशिप
दिल फूड्स ने 111 फूड आउटलेट्स के साथ पार्टनरशिप की है। इससे उनके रेस्तरां पार्टनरों के लिए 6 करोड़ रुपये का रेवेन्यू जेनरेट हुआ है। स्टार्टअप ने वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान 8 करोड़ रुपये का राजस्व कमाया। इसमें 30 करोड़ रुपये की अनुमानित बिक्री और वित्त वर्ष 23-24 के लिए 2.2 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ। अर्पिता के अभूतपूर्व बिजनेस मॉडल ने शार्क टैंक इंडिया सीजन 3 में निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने जनवरी 2024 में 0.5% इक्विटी हिस्सेदारी के लिए 50 लाख रुपये के निवेश के लिए पिच किया था। उनकी प्रस्तुति के बाद शार्क टैंक के जजों के बीच बोलियों की जंग शुरू हो गई थी। यह जंग 2.67% इक्विटी के लिए 2 करोड़ रुपये के सौदे पर खत्म हुई थी।
बिजनेस आइडिया पर चारों जज हुए फिदा
इस डील में शार्क टैंक के चारों निवेशकों- राधिका गुप्ता, विनीता सिंह, पीयूष बंसल और रितेश अग्रवाल की भागीदारी तय हुई थी। दिल फूड्स स्टैंडर्डाइज्ड, हाइजनिक और ट्रेडिशनल भारतीय भोजन उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। यह घर पर बने भोजन के स्वाद को टक्कर देता है। अर्पिता की ख्वाहिश दिल फूड्स को अगले 5 सालों में 7,500 करोड़ रुपये की कंपनी बनाने की है।