डॉक्‍टर ने बच्‍चों के लिए बताई ऐसी रेसिपी, जिससे हड्डियां होंगी लोहे-सी मजबूत और गाढ़ा बनेगा खून


जब बच्‍चा 6 महीने का हो जाता है, तब उसे बेबी फूड खिलाना शुरू किया जाता है। आमतौर पर माएं मार्केट में मिलने वाला बेबी फूड या सेरेलेक बच्‍चे को खिलाती हैं जबकि इससे ज्‍यादा पौष्टिक बेबी फूड आप घर पर ही बना सकती हैं। जी हां, मार्केट में मिलने वाला सेरेलेक या बेबी फूड ज्‍यादा हेल्‍दी नहीं होता है लेकिन आप घर पर ही पोषक तत्‍वों से भरपूर चीजों से अपने बच्‍चे के लिए सेरेलक बना सकती हैं।

पीडियाट्रिशियन डॉक्‍टर पवन मंदानिया ने अपने इंस्‍टाग्राम चैनल पर एक वीडियो शेयर कर के बच्‍चों के लिए घर पर ही सेरेलेक बनाने की रेसिपी बताई है। आप भी अपने बच्‍चे के लिए इस हेल्‍दी रेसिपी को ट्राई कर सकते हैं। तो चलिए अब बिना देर किए जानते हैं बच्‍चों के सेरेलेक की इस हेल्‍दी रेसिपी के बारे में।

सभी फोटो साभार: freepik

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होममेड सेरेलेक कैसे बनाएं

होममेड सेरेलेक कैसे बनाएं

सबसे पहले एक बड़े कटोरे में ½ कप रागी, ¼ कप चावल, ¼ कप मूंग दाल और 10 बादाम लें। इसे साफ पानी से 3 बार धोएं। अब पानी निकाल कर साफ कपड़े पर फैला दें। अच्छी तरह सूखने तक धूप में सुखाएं। फिर धीमी आंच पर खुशबू आने तक इसे भून लें। पूरी तरह ठंडा करें और मिक्सर जार में डालें।

आगे की विधि क्‍या है

आगे की विधि क्‍या है

इसका बारीक पीसकर पाउडर बना लें। अब छन्‍नी से पाउडर को छान लें। रागी सेरेलेक पाउडर तैयार है, इसे एयरटाइट कन्टेनर में रख कर 3 महीने तक इस्तेमाल कर सकते हैं।

बेबी फूड कैसे तैयार करें

बेबी फूड कैसे तैयार करें

दलिया बनाने के लिए एक स्टील सॉस पैन में 1 बड़ा चम्मच रागी सेरेलेक और 1 कप पानी लें।

इसे अच्छी तरह मिलाएं ताकि कोई गुठलियां न रहें। आंच पर रखें और धीमी आंच पर पकाएं।

मिश्रण को गाढ़ा और चमकदार होने तक हिलाते रहें। अंत में, एक बार जब दलिया गर्म हो जाए, तो बच्‍चे को थोड़ा ठंडा कर के खिलाएं।

किस उम्र के बच्‍चे को खिलाना है

किस उम्र के बच्‍चे को खिलाना है

वैसे तो शिशु के 6 महीने के होने के बाद आप उसे बेबी फूड खिलाना शुरू कर सकते हैं लेकिन यहां बताया गया रागी सेरेलेक 8 महीने से अधिक उम्र के बच्‍चों के लिए है। जब आपका बच्‍चा 8 महीने का हो जाए, तब आप उसे रागी सेरेलेक बनाकर खिला सकती हैं।

रागी के फायदे

रागी के फायदे

रागी कैल्शियम से भरपूर होती है जिससे बच्‍चे की हड्डियों को ताकत मिलती है। इसके अलावा रागी में खूब आयरन भी होता है जो बच्‍चे के शरीर में हीमोग्‍लोबिन को बढ़ाता है। इस अनाज में डायटरी फाइबर भी बहुत ज्‍यादा होता है जिससे बच्‍चे का पाचन दुरुस्‍त रहता है। इस बेबी फूड को खिलाने से बच्‍चे को कब्‍ज की शिकायत नहीं होगी। इसे खिलाने से बच्‍चे की स्किन और बालों में सुधार आएगा। आपको बता दें कि रागी बनाने की यह रेसिपी 100 साल से भी ज्‍यादा पुरानी है।


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