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भाग दौड़ भरी इस जिंदगी में हाई बीपी के मरीजों में तेजी से इजाफा हो रहा है। शरीर में असंतुलित सोडियम और पोटेशियम की कमी की वजह से ही हाई बीपी की समस्या होती है। यह साइलेंट किलर होता है क्योंकि हाल के दिनों में हाई बीपी की वजह से हार्ट अटैक के मामले देखने को मिले हैं। हाई बीपी के दौरान धमनियों में रक्त का दबाव बहुत अधिक हो जाता है और इस कारण धमनियां सख्त हो जाती है,जिससे दिल का दौरा या स्ट्रोक जैस जटिलताएं देखने को मिलती है। वहीं एक्सपर्ट हाई बीपी के मरीजों को पोटेशियम युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन करने की सलाह देते हैं। आइए जानते हैं हाई बीपी के मरीजों के लिए पोटेशियम क्यों जरूरी है।
जब आप पोटेशियम युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन करते हैं तो इससे सोडियम के प्रभाव को कम करने में मदद मिलती है। इससे रक्तचाप को कम किया जा सकता है, दरअसल ज्यादा सोडियम के कारण शरीर में पानी जमा हो जाता है, जिसके परिणाम स्वरूप रक्त वाहिकाओं के दीवार पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, लेकिन जब आप पोटेशियम युक्त खाद्य पदार्थ कहते हैं तो पेशाब करते समय आप उतना ही अधिक सोडियम निकाल देते हैं। वही पोटेशियम रक्त वाहिकाओं को फैलाने या चौड़ा करने में मदद करता है, जिससे रक्त प्रवाह आसान हो जाता है
एक्सपर्ट के माने तो सामान्य से अधिक बीपी वाले लोगों को आहार पोटेशियम बढ़ाने की सिफारिश की जाती है। अगर 120 / 80 मिमी एचजी या इससे ऊपर बीपी रहता है तो यह सामान्य से ऊपर माना जाता है। वहीं रक्तचाप 130/ 80 हो तो यहा हाई बीपी माना जाता है। इसके लिए सावधानी बरतने की जरूरत होती है।