एवरेस्ट के फिश करी ‘मसाले’ पर सिंगापुर में लगाया बैन, कहा इसमें हैं कीटाणुनाशक


नई दिल्‍ली (New Delhi)। सिंगापुर (Singapore) ने भारत के लोकप्रिय मसाला उत्पाद एवरेस्ट (Everest) ‘फिश करी’ मसाला (Singapore Food Agency) के आयात पर रोक लगा दिया है. सिंगापुर फूड एजेंसी (Singapore Food Agency) के अनुसार, इस मसाले में कीटनाशक एथिलीन ऑक्साइड का ज्यादा स्तर पर किया जा रहा है, जो कि इंसानों के खाने लिए उपयुक्त नहीं है. हांगकांग के फूड एजेंसी सेंटर ने इस मसाले में एथिलीन ऑक्साइड की उपस्थिति के बारे जानकारी दी थी.

एसएफए ने कहा कि एथिलीन ऑक्साइड एक कीटनाशक है, जिसे खाना बनाने में नहीं किया जा सकता है. इसका उपयोग मसालों के कीटाणुशोधन में किया जा सकता है. सिंगापुर फूड एजेंसी ने एक बयान में कहा, ‘हांगकांग में फूड सिक्योरिटी केंद्र ने एथिलीन ऑक्साइड की मात्रा अनुमेय सीमा से अधिक होने के कारण भारत से एवरेस्ट फिश करी मसाला को वापस मंगाने की अधिसूचना जारी की है.’

सिंगापुर ने एसपी मुथैया एंड संस प्राइवेट लिमिटेड ने एसएफए द्वारा उत्पादों की व्यापक वापसी शुरू करने का निर्देश दिया. WION से बात करते हुए, कंपनी ने कहा, ‘एवरेस्ट एक 50+वर्ष पुराना प्रतिष्ठित ब्रांड है और हमारे सभी उत्पाद भेजने से पहले कारखाने में कड़ी जांच से गुजरते हैं. हम द्वारा निर्धारित उच्चतम स्वच्छता और खाद्य सुरक्षा मानकों और मानदंडों का सख्ती से पालन करते हैं. हम सभी संबंधित प्राधिकारी और भारतीय मसाला बोर्ड, एफएसएसएआई (FSSI) और अन्य जैसे वैधानिक निकाय के मानकों का पालन करते हैं.’

कंपनी ने कहा, ‘निर्यात से पहले, प्रत्येक शिपमेंट भारत के मसाला बोर्ड द्वारा गुणवत्ता निरीक्षण से गुजरता है, हालांकि हम इस मुद्दे को समझने के लिए आधिकारिक कम्यूनिकेशन का इंतजार कर रहे हैं और हमारी गुणवत्ता नियंत्रण टीम इस मामले को देखेगी.’

इधर, एसएफए ने उपभोक्ताओं से एवरेस्ट मसाला का सेवन न करने की अपील की है. एथिलीन ऑक्साइड का उपयोग आम तौर पर कीटाणुनाशक के रूप में किया जाता है. साथ ही खेतों के फसल में कीटनाशक के रूप में किया जाता है. खाद्य उत्पादों में इसका उपयोग सख्त वर्जित है, लेकिन सिंगापुर के फूड रेगुलेशन के तहत, मसालों के कीटाणुशोधन में एथिलीन ऑक्साइड का उपयोग करने की अनुमति है.

फूड एजेंसी ने कहा कि ऐसे भोजन का सेवन करने में कोई तत्काल जोखिम नहीं है, जिसमें एथिलीन ऑक्साइड का स्तर कम होता है, हालांकि ऐसे रसायनों के लंबे समय तक सेवन करने से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं.

एजेंसी ने आगे कहा, ‘जिन उपभोक्ताओं ने संबंधित उत्पादों को खरीदा है, उन्हें इसका सेवन न करने की सलाह दी जाती है. जिन लोगों ने संबंधित उत्पादों का सेवन किया है और उन्हें अपने स्वास्थ्य के बारे में चिंता है, उन्हें चिकित्सकीय सलाह लेनी चाहिए. उपभोक्ता पूछताछ के लिए अपने खरीदारी केंद्र से संपर्क कर सकते हैं.’

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