खान-पान को लेकर हर किसी की अपनी पसंद होती है… कोई तीखा खाना पसंद करता है तो कोई मीठा। देखा जाए तो लोग अपनी पसंद के अनुसार ही भोजन करते हैं, पर यहां समझने वाली बात यह है कि भोजन का चुनाव सिर्फ स्वाद तक ही सीमित नहीं होना चाहिए। दरअसल, आपके द्वारा खाए गए भोजन का आपकी सेहत प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों ही रूप से प्रभाव पड़ता है।
आपका आहार, आपके सेहत को सकारात्मक या नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है। वहीं कई बार स्वास्थ्य परिस्थितियों के चलते खाने को लेकर आपकी कोई विशेष पसंद बन जाती है। जैसे कि बार-बार तीखा खाने की इच्छा (Craving for spicy food) के पीछे कई सारी स्वास्थ्य समस्याएं जिम्मेदार होती हैं। इस आर्टिकल में हम आपको इसी बारे में बता रहे हैं कि बार-बार तीखा खाने के लिए किस तरह की स्वास्थ्य परिस्थितियां जिम्मेदार हो सकती हैं।
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बता दें कि हमने इस बार में नोएडा के सीनियर फिजिशियन डॉ. वी. के. सिंह से बात की है और उनसे मिली जानकारी यहां आपके साथ शेयर कर रहे हैं। तो चलिए जानते हैं उन स्वास्थ्य परिस्थितियों के बारे में जिनके कारण तीखा खाने की इच्छा बढ़ सकती है।
मानसिक तनाव
मानसिक स्थिति का व्यक्ति के व्यवहार पर काफी हद तक असर पड़ता है। इसका असर व्यक्ति के खान-पान संबधी आदतों और पसंद में आए बदलाव के रूप में भी देखने को मिल सकता है। जैसे कि मानसिक तनाव की स्थिति में कुछ लोग असामान्य रूप से अधिक तीखा खाना शुरू कर देते हैं। असल में, तीखे यानी कि अधिक मिर्च-मसाले वाले भोजन में कैप्साइसिन (Capsaicin ) नामक यौगिक पाया जाता है।
इस यौगिक के प्रभाव से कुछ हद तक तनाव की स्थिति राहत महसूस होती है। ऐसे में लोग अक्सर तनाव के समय में तीखा खाना पसंद करते हैं। ये पसंद धीरे-धीरे आदत हो जाती है और तनाव के वक्त जाने-अनजाने का तीखा खाने का मन करने लगता है।
शरीर के तापमान में परिवर्तन
शरीर के तापमान में अचानक से परिवर्तन होने के कारण भी तीखा खाने की इच्छा बढ़ सकती है। बता दें कि तीखे खाने में पाए जाने वाला भोजन में कैप्साइसिन (Capsaicin ) शरीर के तापमान को संयमित करने में सहायक होता है। ऐसे में ठंड महसूस होने पर सामान्य तौर पर लोग तीखा खाना पसंद करते हैं, क्योंकि तीखा खाने से शरीर में गर्माहट महसूस होती है।
हार्मोनल बदलाव के कारण
हार्मोनल बदलाव के कारण भी खाने-पीने की इच्छा में बदलाव देखने को मिलता है। जैसे कि प्रेग्नेंसी और पीरियड्स के समय में ज्यादातर महिलाएं तीखा खाने की इच्छा रखती हैं। हालांकि हार्मोनल असंतुलन के साथ ही खाने की पसंद में आया बदलाव समाप्त भी हो जाता है।
बॉडी मास्क इंडेक्स का बढ़ना
बॉडी मास्क इंडेक्स में बदलाव के कारण भी खाने की पसंद में बदलाव देखने को मिलता है। बॉडी मास्क इंडेक्स बढ़ने के कारण भी तीखा खाने की क्रेविंग बढ़ सकती है। इसलिए अगर आपको बार-बार तीखा खाने की इच्छा हो रही है तो आपको अपने बॉडी मास्क इंडेक्स पर जरूर ध्यान देना चाहिए।
इसलिए अगर आपको असामान्य रूप से तीखा खाने की अधिक इच्छा होती है तो आपके इसकी वजह को समझने की कोशिश जरूर करें। गौरतलब है कि अधिक तीखा भोजन सेहत के लिए हानिकारक होता है। इसके कारण एसिडिटी, पेट में दर्द, कब्ज और दस्त की समस्या पेश आ सकती है। वहीं हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए तीखा और मसालेदार भोजन खासतौर पर नुकसानदेह साबित होता है। इसलिए ऐसे लोगों को तीखे भोजन का सेवन कम से कम करना चाहिए।
बता दें कि जिन लोगों को कील-मुहांसें और स्किन संबंधी समस्याएं होती है, उन्हें भी तीखे खाने से दूरी बनाकर रखनी चाहिए। तीखा और मसालेदार भोजन के कारण त्वचा की तेल ग्रंथियां सक्रिय होती हैं, जिनके कारण त्वचा संबंधी समस्याओं की संभावना बढ़ जाती है।
उम्मीद करते हैं कि सेहत से जुड़ी यह जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी। अगर यह जानकारी आपको अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों और परिचितों के साथ शेयर करना न भूलें।
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