शिमला रेल मोटर कार।
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विश्व धरोहर कालका-शिमला रेलमार्ग पर फिलहाल रेल मोटर कार नहीं चलेगी। कालका से शिमला के लिए 9 जुलाई से इसका संचालन बंद है। रेलवे ने 2 अक्तूबर को क्षतिग्रस्त हेरिटेज ट्रैक दुरुस्त कर दिया था। इसके बाद शिमला तक ट्रेनों की आवाजाही शुरू हो गई थी। मौजूदा समय में कालका से शिमला तक छह ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। लेकिन रेल मोटर कार को तीन महीने बाद भी शुरू नहीं किया गया। सैलानियों के कई समूह, दोस्तों और परिवार सहित रेल मोटर कार में सफर करना पसंद करते हैं।
इस ऐतिहासिक रेल मोटर कार से पहाड़ों का खूबसूरत नजारा दिखाई देता है। अधिकतर इंग्लैंड से आने वाले सैलानियों की इसमें सफर करने की मांग रहती है। पर्वतीय यात्रा का आनंद लेने के लिए अंग्रेजों के समय में रेल मोटर कार को चलाया गया था। इसके बाद रेल मोटर कार को विस्ता डोम रेल मोटर कार में अपग्रेड किया गया। इस रेल मोटर कार के शीशे बड़े-बड़े हैं और छत में भी शीशा लगा होता है। उधर, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक, अंबाला नवीन कुमार ने कहा कि इस ट्रैक पर ट्रेनों में सफर करने के लिए यात्रियों की संख्या कम है।
फिलहाल रेलमोटर कार को चलाने की मांग नहीं आई है। इसलिए इसका संचालन बंद है। कालका से शिमला का सफर 4:30 घंटे में रेल मोटर कार कालका से शिमला पहुंचने के लिए 4:30 घंटे का समय लेती है। वहीं अन्य ट्रेनें यह सफर 5:30 घंटे में पूरा करती हैं। रेल मोटर कार 27 किलोमीटर की रफ्तार से चलती है। इसमें 15 यात्रियों के बैठने के क्षमता है। एक सवारी का किराया 800 रुपये निर्धारित है।