करनाल। ऑस्ट्रेलिया में मिस्र देश की क्रिकेट टीम की तरफ से खिलाने का झांसा देकर एक युवक के परिवार से 20.24 लाख रुपये ठग लिए। आरोपियों ने पहले युवक को बैंकॉक भेजा उसके बाद दुबई में जाकर छोड़ दिया। युवक ने परिजनों ने आपबीती बताई। जिसके बाद परिजनों ने पुलिस में शिकायत देकर आरोपी पिता-पुत्र खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया।
पुलिस को दी शिकायत में मूनक के पाढ़ा गांव निवासी संदीप कुमार ने बताया कि वह खेतीबाड़ी के साथ-साथ बैंकों की रिकवरी का काम भी करता है। उसके साथ उसका भतीजा बड़ौता निवासी पंकज सालों से रहता है। पंकज ने बारहवीं पास करने के बाद विदेश में भविष्य संवारने की योजना बनाई। इस संबंध में उसका गांवा पाढ़ा में आरोपी विरेन्द्र उर्फ वीरेन से पड़ोसियों के जरिए संपर्क हुआ।आरोपी ने पंकज को विदेश भेजने के लिए 25 लाख रुपये की मांगे। जिसमें 12.50 लाख रुपये आरोपी ने वीजा आने और बाकी रकम विदेश पहुंचने के बाद देने के लिए कहा।
25 जनवरी 2023 को मोबाइल पर विरेन्द्र उर्फ वीरेन ने वीजा का मैसेज भेजकर रुपयों की मांग की। इस पर उसने 12.50 लाख रुपये आरोपी विरेन्द्र उर्फ वीरेन और उसके पिता महाबीर सिंह को अस्पताल चौक स्थित आई केयर कंसलटेंसी कार्यालय पर जाकर दिए। 23 फरवरी 2023 को एक टिकट चार मार्च 2023 की सिडनी आस्ट्रेलिया की उसको दी। उसने अपने भतीजे को विदेश जाने के लिए दिल्ली एयरपोर्ट छोड़ा। उसके बाद आरोपी ने टिकट रद्द करा दी। बाद में आरोपियों ने पंकज को बैंकांक के रास्ते आस्ट्रेलिया भेजने की बात कही। 22 मार्च 2023 को पंकज को बैंकाक भेज दिया। जिसके साथ एक राज नाम का बड़ौता का रहने वाला लड़का भी साथ गया था। उसके बाद आरोपी ऑस्ट्रेलिया की टिकट नहीं दे सके और कहा कि युवक दुबई से क्रिकेट टीम के साथ आस्ट्रेलिया जाएगा।
नौ जुलाई 2023 को दुबई में पंकज को धर्मपाल मिला। धर्मपाल अगले दिन उसे दूसरे लड़कों के साथ क्रिकेट के ग्राउंड में ले गया। धर्मपाल ने पंकज से कहा कि मिस्र देश की क्रिकेट टीम की तरफ से आस्ट्रेलिया जाकर खेलोगे और तुम्हें वीजा मिल जाएगा। आरोपी धर्मपाल ने पंकज को मिस्र देश का वीजा दे दिया। 19 जुलाई को धर्मपाल ने पंकज को मिस्र देश का वीजा भेजा और 20 जुलाई 2023 को सामान सहित एयरपोर्ट पर बुलाया और कहा कि आस्ट्रेलिया का बीजा व टिकट भी साथ में दूंगा और उसी समय विरेन्द्र उर्फ वीरेन का पंकज के पास फोन आया कि 7,74,000 रुपये धर्मपाल को दे दो और अपना पासपोर्ट और आस्ट्रेलिया का वीजा ले लो। फिर धर्मपाल ने पकंज को पासपोर्ट दिया और पैसे लेकर एयरपोर्ट के अंदर आस्ट्रेलिया का वीजा लेने के लिए, बोलकर चला गया और वापिस नहीं आया। इस पर पंकज ने उसे सारी बातें फोन पर बताई तो उसने विरेन्द्र उर्फ वीरेन व महाबीर को फोन किया। आरोपियों ने उसका कोई जबाब नहीं दिया। सिविल लाइन थाने के एसएचओ विष्णु मित्तर ने इस मामले में आरोपी पिता-पुत्र के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।