द डाइट एक्सपर्ट्स की फाउंडर और डायटीशियन सिमरत कथूरिया के अनुसार, विटामिन और मिनरल इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत बनाकर शरीर को बीमारियों और संक्रमण से लड़ने की ताकत देते हैं। यह पोषक तत्व शरीर के विकास, हड्डियों को मजबूत बनाने, त्वचा और बालों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने, थकान और कमजोरी दूर करने आदि के लिए जरूरी हैं।
शरीर के लिए विटामिन और मिनरल क्यों जरूरी हैं?
विटामिन और मिनरल शरीर के कई कामकाज में सहायता के लिए जरूरी हैं। यह पाचन, ऊर्जा बनाने और कोशिकाओं के कार्य में मदद करते हैं। इसके अलावा यह इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं, घाव भरने में मदद करते हैं और साथ ही त्वचा, बाल और नाखूनों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने का काम करते हैं। ध्यान रहे कि इन सूक्ष्म पोषक तत्वों के बिना शरीर ठीक से काम नहीं कर पाएगा।
शरीर के लिए जरूरी विटामिन कौन-कौन से हैं?
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पानी में घुलनशील विटामिन और मुख्य स्रोत
विटामिन को दो भागों में बांटा जा सकता है, पहला है-पानी में घुलनशील और दूसरा है वसा यानी फैट में घुलनशील। विटामिन सी और बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन (जैसे बी1, बी2, बी3, बी6, बी12, बायोटिन और फोलिक एसिड) पानी में घुलनशील विटामिन होते हैं। ये विटामिन शरीर में जमा नहीं होते और इन्हें खाने के जरिए लगातार शरीर तक पहुंचाना जरूरी होता है। फल, सब्जियां, साबुत अनाज और फोर्टिफाइड जैसे खाद्य पदार्थों में पानी में घुलनशील विटामिन पाए जाते हैं।
वसा में घुलनशील विटामिन और मुख्य स्रोत
वसा में घुलनशील विटामिन (ए, डी, ई और के) शरीर के वसा ऊतकों और लिवर में जमा हो सकते हैं। इसका मतलब है कि इन्हें बार-बार खाने की ज़रूरत नहीं होती, लेकिन इनका अधिक सेवन नुकसानदायक भी हो सकता है। वसा में घुलनशील विटामिन के अच्छे स्रोतों में डेयरी उत्पाद, मछली, मेवे, बीज और हरी पत्तेदार सब्जियां शामिल हैं।
शरीर के लिए जरूरी मिनरल और मुख्य स्रोत
शरीर के लिए मिनरल भी विटामिन की तरह बहुत जरूरी पोषक तत्व है। ये हड्डियों और दांतों को मजबूत और स्वस्थ बनाने का काम करते हैं। इसके अलावा ये शरीर में तरल पदार्थों का संतुलन बनाए रखते हैं और तंत्रिका तंत्र के काम को बेहतर बनाते हैं। कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम, सोडियम, आयरन, जिंक और सेलेनियम कुछ जरूरी मिनरल हैं। ये मिनरल डेयरी उत्पादों, हरी पत्तेदार सब्जियों, मेवों, बीजों, साबुत अनाज और कम फैट वाले मांस में पाए जाते हैं।
अलग-अलग मिनरल का काम भी अलग-अलग
उदाहरण के लिए, कैल्शियम मजबूत हड्डियों और दांतों के लिए ज़रूरी है, जबकि आयरन खून में ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए जरूरी है। मैग्नीशियम मांसपेशियों और तंत्रिकाओं के काम को बेहतर तरीके से चलाता है, जबकि पोटेशियम ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखने में मदद करता है।
रोजाना कितने मिनरल और विटामिन की जरूरत?
दिनभर के लिए जरूरी विटामिन और मिनरल पाना अच्छी सेहत और तंदुरुस्ती के लिए बहुत जरूरी है। लेकिन, हर व्यक्ति की जरूरतें अलग-अलग होती हैं। इनकी रोजाना की जरूरत उम्र, लिंग, स्वस्थ्य स्थिति और जीवनशैली जैसे कारकों पर निर्भर करती है। भले ही फल, सब्जियां, साबुत अनाज, कम फैट वाली प्रोटीन और हेल्दी फैट से भरपूर बैलेंस्ड डाइट ज्यादातर पोषक तत्व देती है, फिर भी कुछ लोगों को अपनी डाइट की कमी को पूरा करने के लिए विटामिन या मिनरल सप्लीमेंट की जरूरत पड़ सकती है। अपने लिए जरूरी पोषक तत्वों की मात्रा जानने और सप्लीमेंट लेने की जरूरत है या नहीं, यह जानने के लिए किसी डॉक्टर या डाइटिशियन से सलाह लें। साथ ही, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और लंबे समय से बीमार लोगों को भी खास पोषण संबंधी जरूरतें होती हैं, जिन्हें पूरा करने का ध्यान रखना चाहिए।
ज्यादा विटामिन और मिनरल के कुछ नुकसान भी
हालांकि विटामिन और मिनरल सेहत के लिए जरूरी हैं, लेकिन इनका ज्यादा सेवन भी नुकसानदायक हो सकता है। कुछ विटामिन और मिनरल का अधिक सेवन शरीर के लिए विषाक्त हो सकता है और कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं पैदा हो सकती हैं। उल्टा, इनकी कमी से शरीर में पोषण की कमी हो सकती है, जिससे थकान, कमज़ोरी, इम्यून सिस्टम कमजोर होना और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए इनका संतुलन बनाए रखना बहुत जरूरी है। सप्लीमेंट्स की अधिक मात्रा लेने से बचें और अपनी डाइट में नेचुरली पाए जाने वाले विटामिन और मिनरल वाले खाद्य पदार्थों को शामिल करें।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।