World Bank Report : कृषि क्षेत्र की कीमतों में 2024-25 में नरमी रहेगी, फूड प्रोडक्ट का दाम 6 फीसदी घटने का अनुमान


आम जनजीवन के लिए रोजाना इस्तेमाल होने वाली वस्तुओं यानी कमोडिटी की कीमतें 2024 और 2025 में नीचे खिसकने वाली हैं. हालांकि, कच्चे तेल, सोना-चांदी और कॉपर की कीमतों में बढ़ोत्तरी का अनुमान जताया गया है. विश्व बैंक की कमोडिटी मार्केट आउटलुक में कहा गया है कि मिडिल ईस्ट में मौजूदा हालात को देखते हुए इन वस्तुओं की कीमतों में उछाल देखने को मिलेगा. 

विश्व बैंक ने अपनी ताजा कमोडिटी मार्केट आउटलुक में कहा है कि 2024 और 2025 में कमोडिटी यानी रोजाना इस्तेमाल की जाने वाली वस्तुओं की कीमतों में मामूली गिरावट आने की संभावना है, लेकिन वे महामारी के पहले के स्तर से 38 प्रतिशत ऊपर रहेंगी. रिपोर्ट के अनुसार ज्यादातर वस्तुओं की कीमतों में गिरावट के विपरीत कच्चे तेल की कीमतें 2024 में 2 प्रतिशत बढ़ने वाली हैं. इस साल सोने और तांबे की कीमतें भी क्रमशः 8 प्रतिशत और 5 प्रतिशत बढ़ने वाली हैं. 

विश्व बैंक ने कहा कि मध्य पूर्व में बढ़े तनाव के कारण प्रमुख वस्तुओं की कीमतों पर दबाव बढ़ रहा है. आउटलुक में कहा गया है कि चीन का बढ़ता औद्योगिक और बुनियादी ढांचा निवेश आंशिक रूप से उसके संपत्ति क्षेत्र में कमजोरी पैदा कर रहा है. मध्य पूर्व की मौजूदा समस्याओं से विश्व बैंक के दृष्टिकोण में उछाल का जोखिम है. 

महंगाई दर बढ़ने का खतरा 

वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोत्तरी वैश्विक महंगाई दर को बढ़ा सकती है. खाद्य असुरक्षा जो पिछले साल सशस्त्र संघर्षों और बढ़ी हुई खाद्य कीमतों के कारण काफी खराब हो गई थी, यह और भी खराब हो सकती है. वैश्विक आर्थिक गतिविधि में लचीलेपन के संकेतों ने तांबे सहित अन्य वस्तुओं की कीमतों को भी बढ़ा दिया है. आउटलुक में कहा गया है कि कच्चे तेल की कीमतों में उल्लेखनीय उतार-चढ़ाव और आम तौर पर साल की पहली तिमाही में कई वस्तुओं की कीमतों में स्थिरता के बाद कीमतों में ये बढ़ोतरी हुई है.

लोहा घटेगा पर सोना मंहगा होगा 

विश्व बैंक ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतें इस साल बढ़ने का अनुमान है. 2024 में ब्रेंट क्रूड की कीमत औसतन 84 डॉलर प्रति बैरल होगी, जो पिछले साल 83 डॉलर प्रति बैरल से अधिक है. हालांकि, एनर्जी वैल्यू इंडेक्स 2024 में 3 प्रतिशत गिर जाएगा और 2025 में सालाना आधार पर 4 फीसदी कम हो जाएगा. बेस मेटल की कीमतें 2024 और 2025 में बढ़ने का अनुमान है. लोहा की कीमत में गिरावट का अनुमान है. सोने की कीमतें इस साल अपने हालिया रिकॉर्ड ऊंचाई पर स्थिर रहने की उम्मीद है.

कृषि क्षेत्र की कीमतों में नरमी रहेगी 

आउटलुक में कहा गया है कि कृषि कीमतों में इस साल और अगले साल नरमी आने की उम्मीद है. यह संकेत है कि इस साल अल नीनो का विपरीत असर फसलों पर नहीं दिखेगा, जिसकी वजह से खाद्य फसलों की आपूर्ति बेहतर स्थिति में रहेगी. इसके चलते खाद्य वस्तुओं की कीमतों में 2024 में 6 प्रतिशत और 2025 में 4 प्रतिशत की गिरावट आने की उम्मीद है. जबकि, पेय पदार्थों की कीमतों में इस वर्ष बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है, जबकि 2025 में आंशिक रूप से कम होने का अनुमान है.

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