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- Tamil Nadu Smoke Biscuit Viral Video; Liquid Nitrogen Side Effects Explained
4 घंटे पहलेलेखक: गौरव तिवारी
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सोशल मीडिया में एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है। इसमें एक बच्चा स्ट्रीट वेंडर से स्मोक बिस्किट लेकर खा रहा है। खाने के कुछ देर बाद ही वह अपना पेट पकड़कर दर्द से कराहने लगता है और जमीन पर गिर जाता है। यह वीडियो तमिलनाडु के मदुरै का बताया जा रहा है।
इस वीडियो के सामने आने के बाद तमिलनाडु सरकार के फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट ने लिक्विड नाइट्रोजन के इस्तेमाल को लेकर नियम कड़े कर दिए और बच्चे को बिस्किट खिलाने वाले व्यक्ति का लाइसेंस रद्द कर दिया।
इन दिनों खाने को फैंसी दिखाने के लिए कैफे, रेस्टोरेंट और अब तो रेहड़ियों पर भी लिक्विड नाइट्रोजन का इस्तेमाल काफी पॉपुलर हो रहा है। लेकिन यह हमारी सेहत के लिए बेहद नुकसानदायक हो सकता है।
आयोवा यूनिवर्सिटी की एक स्टडी के मुताबिक, लिक्विड नाइट्रोजन से स्वास्थ्य को गंभीर जोखिम हो सकते हैं। लिक्विड नाइट्रोजन का वेपर्स स्किन के टिश्यूज और आंखों के फ्लूइड को फ्रीज कर सकता है। नतीजतन कोल्ड बर्न, फ्रॉस्टबाइट के साथ हमारी आंखों को भी भारी नुकसान हो सकता है।
इसलिए आज ‘सेहतनामा’ में बात करेंगे लिक्विड नाइट्रोजन की। साथ ही जानेंगे कि-
- कैफे और रेस्टोरेंट क्यों इस्तेमाल कर रहे हैं लिक्विड नाइट्रोजन?
- यह हमारी सेहत के लिए किस तरह खतरनाक है?
लिक्विड नाइट्रोजन को लेकर क्या हैं नियम?
फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स एक्ट 2006 के मुताबिक, सुरक्षा की दृष्टि से किसी भी फूड आइटम या ड्रिंक से लिक्विड नाइट्रोजन के पूरी तरह वाष्पित हो जाने के बाद ही उसे सर्व किया जा सकता है। जो लोग इस नियम का उल्लंघन कर रहे हैं, उन पर संबंधित अधिकारी कार्रवाई कर सकते हैं।
इसके बाद भी खाने को फैंसी बनाने के लिए धड़ल्ले से लिक्विड नाइट्रोजन का इस्तेमाल किया जा रहा है।
लिक्विड नाइट्रोजन से जान जाने का खतरा
कनाडा के नेशनल कोलैबोरेटिंग सेंटर फॉर इन्वायरमेंटल हेल्थ की साल 2018 की एक स्टडी के मुताबिक, लिक्विड नाइट्रोजन एक लिक्विड है। इसका बॉइलिंग पॉइंट बेहद कम -196°C है। इसलिए यह रूम टेम्प्रेचर में ही गैस फॉर्म में आ जाता है। इस लिक्विड से कोल्ड बर्न और फ्रॉस्टबाइट हो सकता है। अत्यधिक ठंडा होने के कारण इसके पेट में जाने से अचानक सांस रुक सकती है या निगलने से दम घुट सकता है। यह स्थिति जानलेवा है।
अगर हमारी सांस या खाने में लिक्विड नाइट्रोजन चला जाए तो यह कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं पैदा कर सकता है। आइए ग्राफिक में देखते हैं।
लिक्विड नाइट्रोजन में किसी तरह के टॉक्सिन्स नहीं होते हैं। लेकिन यह ऑक्सीजन की कमी पैदा कर सकता है, जो किसी के लिए भी जानलेवा हो सकता है।
टिश्यू डैमेज: लिक्विड नाइट्रोजन की ज्यादा ठंडक स्किन या म्यूकोसल लेयर पर क्रायोजेनिक बर्न या शीतदंश का कारण बन सकती है। अगर इसे पूरी तरह से वाष्पित होने से पहले निगल लिया जाए तो यह चिंता का विषय हो सकता है।
इंटरनल डैमेज: लिक्विड नाइट्रोजन को निगलने से गंभीर इंटरनल डैमेज हो सकते हैं। अगर यह हमारे पेट में चला जाए तो इतनी तेजी से लिक्विड से गैस में बदलने के कारण पेट या आंतों में छिद्र हो सकते हैं।
ऑक्सीजन की कमी से मौत: लिक्विड नाइट्रोजन अपने आसपास के इन्वायरमेंट से ऑक्सीजन को विस्थापित कर सकती है। अगर यह स्थिति किसी बंद जगह पर पैदा होती है तो ऑक्सीजन की कमी से जान जाने का जोखिम है।
किन लोगों को है ज्यादा खतरा
दिल्ली के सीनियर फिजिशियन डॉ. बॉबी दीवान कहते हैं कि लिक्विड नाइट्रोजन फूड आइटम्स को सुरक्षित रखने के लिए तो ठीक है। लेकिन अगर यह हमारे खाने या सांस के जरिए पेट में पहुंच जाए तो सबके लिए खतरनाक हो सकता है। फिर भी कुछ लोगों को ज्यादा रिस्क है। नीचे दिए ग्राफिक में देखिए।
लिक्विड नाइट्रोजन से सबसे अधिक खतरा बच्चों और बूढ़ों को है। बच्चों के बॉडी ऑर्गन्स पूरी तरह डेवलप नहीं हुए होते हैं, जबकि बूढ़े लोगों के ऑर्गन्स बहुत मुश्किलों का सामना करने की स्थिति में नहीं होते हैं।
- इन दोनों ही उम्र के लोगों का शरीर लिक्विड नाइट्रोजन के चलते हुए इंस्टेंट बदलावों के प्रति ज्यादा संवेदनशील होता है। यही स्थिति इनके लिए जोखिम पैदा करती है।
- जिन लोगों को किसी तरह की रेस्पिरेटरी समस्या है, यानी अगर सांस की कोई बीमारी है तो ऐसे लोगों को लिक्विड नाइट्रोजन से अधिक नुकसान होने का खतरा है।
- जिन लोगों की स्किन ज्यादा रिएक्टिव होती है, उन्हें लिक्विड नाइट्रोजन से ज्यादा नुकसान हो सकता है।
- अगर कोई लंग्स डिजीज है तो सांस लेने में समस्या होगी। ऐसे में लिक्विड नाइट्रोन इस स्थिति को और अधिक खतरनाक बना सकता है।
खाने को फैशनेबल बनाने की दौड़
डॉक्टर बॉबी दीवान कहते हैं कि खाने को ज्यादा फैशनेबल बनाने की दौड़ खतरनाक साबित हो सकती है। फूड आइटम्स को ज्यादा सुंदर और प्रेजेंटेबल बनाने की होड़ में इसमें कुछ भी मिलाया जा रहा है। लिक्विड नाइट्रोजन के साथ खाना परोसने का तो कोई तुक ही नहीं बनता है।
बॉबी दीवान याद दिलाते हैं कि हाल ही में कई राज्यों ने कॉटन कैंडी बैन की गई थी क्योंकि इसमें खतरनाक आर्टिफिशियल फूड कलर्स मिलाए जा रहे थे। वह कहते हैं कि लोग स्वाद के चक्कर में कुछ भी खा-पी रहे हैं। इसके लिए सरकार को बड़े फैसले लेने होंगे। फूड स्टैंडर्ड अथॉरिटी को कड़ाई बरतनी होगी। वर्ना हमारे देश में बीमारों का बोझ बहुत बढ़ जाएगा।