
स्प्राउट्स में अंकुरित अनाज शामिल होता है। इसमें कुछ दालें, सोयाबीन, राजमा, ब्राउन चावल, क्विनोओ और जई शामिल हैं। स्पाउट्स में भरपूर फाइबर होता है, जो हमे ओवरइटिंग से रोकता है। यह मधुमेह रोगियों के लिए अच्छा है। कब्ज से पीड़ित लोगों के लिए और बार बार भूख लगने की समस्या से परेशान लोगों के लिए फायदेमंद होता है।
ओट्स के सेवन से जल्द भूख नहीं लगती है। रेडी टू ईट खाने की तुलना में दलिया या ओट्स का सेवन लंबे समय तक आपका पेट भरा रखता है। इसमें कम कैलोरी और उच्च फाइबर पाया जाता है।
मखाना प्रोटीन, फास्फोरस, कैल्शियम, मैग्नीशियम, कार्ब्स और आयरन से भरपूर होता है। मखाने में कैलोरी कम और फाइबर की मात्रा अधिक होती है। मखाने के सेवन से लंबे समय तक पेट भरा महसूस होता है और भूख नहीं लगती है। मखाने को हल्का रोस्ट कर लें, चाहे तो नमक या पिसी काली मिर्च मिलाकर स्वाद बढ़ा सकते हैं।
फाइबर, पोटेशियम और मैग्नीशियम से भरे चने में ज्यादा कैलोरी नहीं होती। साथ ही इसके सेवन से जल्दी पेट भर जाता है। ये मोटापा, मधुमेह और हृदय रोगों को रोकने में भी असरदार है। बार-बार भूख लगती है तो भुने चने का सेवन कर सकते हैं, पेट भरा भरा महसूस होगा।