मई के दूसरे रविवार को हर साल मदर्स डे मनाया जाता है। अक्सर मांएं अपने घर-परिवार, बच्चों का सारा दिन ख्याल रखती हैं और खुद की सेहत, जरूरतों, प्राइयॉरिटीज को तवज्जो ही नहीं देती हैं। ऐसा करना उनकी शारीरिक और मानसिक सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, महिलाओं को अपने खानपान में उन सभी चीजों को शामिल करना चाहिए, जो उन्हें बुजुर्गावस्था में होने वाली तमाम शारीरिक समस्याओं, रोगों से बचाए रख सकता है। ऐसे में बच्चों को ही अपनी मां के खानपान का ख्याल रखना चाहिए। वे सही समय पर खाती हैं या नहीं, 7 घंटे की नींद लेती हैं कि नहीं, इन तमाम बातों का ध्यान बच्चों को भी रखना चाहिए। जब बात की आती है तो हर कोई नई मां का ध्यान रखना चाहता है, लेकिन जो माएं 50 साल की उम्र पार कर चुकी हैं, उनके ख्याल की बात अक्सर इग्नोर कर दी जाती है। इस मदर्स डे हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ खास फूड्स के बारे में, जिसे आपको अपनी 50 साल की उम्र पार कर चुकी मॉम को जरूर खिलाना चाहिए।
50 के बाद डाइट में जरूर शामिल करें ये फूड्स आइटम
दूध और दूध से बनें प्रोडक्ट
50 की उम्र के बाद, महिलाओं को डाइट में कैल्शियम की मात्रा बढ़ा लेनी चाहिए। इससे हड्डियों को कमजोर होने से रोका जा सकता है। साथ ही, पोस्टमेनोपॉजल फ्रैक्चर के रिस्क को भी कम किया जा सकता है। दूध और डेयरी प्रोडक्ट्स के अलावा, दालें, हरी पत्तेदार सब्जियां और सोयाबीन को आहार में शामिल करें।
ब्रोकली
ब्रोकली भी महिलाओं के लिए काफी फायेदमंद होती है। खासकर, बढ़ती उम्र में, पाचन को ठीक रखने के लिए, यह हाई फाइबर फूड आपके काम आ सकता है। इससे डायिबिटीज और दिल की बीमारियों से भी बचाव होता है।
इसे भी पढ़ेंः प्रेग्नेंसी में नारियल के लड्डू खाने से मिलते हैं ये 4 फायदे, डाइटिशियन से जानें इसकी रेसिपी
नट्स और सीड्स
यूं तो महिलाओं को उम्र के हर पड़ाव पर नट्स और सीड्स को डाइट में शामिल करना चाहिए। लेकिन, खासकर, बढ़ती उम्र में ये बहुत फायदेमंद होते हैं। हालांकि, कई महिलाओं को, नट्स और सीड्स को पचाने में मुश्किल हो सकती हैं। लेकिन, आप कम मात्रा में, भीगे हुए नट्स खा सकती हैं।
हरी पत्तेदार सब्जियां
इस उम्र में हरी पत्तेदार सब्जियां जरूर खानी चाहिए। इससे शरीर में विटामिन-बी12, फाइबर और अन्य जरूरी न्यूट्रिएंट्स की कमी पूरी होती है। सब्जियों का सूप भी फायदेमंद रहेगा।
दाल खिचड़ी
हरी मूंग, प्रोटीन का एक अच्छा सोर्स है। महिलाओं को इसकी खिचड़ी जरूर खानी चाहिए। ये पचने में भी आसान होती है और इससे ब्लड सर्कुलेशन में भी सुधार होता है। साथ ही, शरीर में प्रोटीन और फाइबर की कमी भी पूरी होती है।
इसे भी पढ़ेंः नॉर्मल डिलीवरी में कितने टांके आते हैं? डॉक्टर से जानिए इसके बारे में
शहद
शहद से मूड एलिवेटर माना जाता है। शहद में तुरंत ऊर्जा देने और आपको सक्रिय बनाने के लिए लेवुलोज, डेक्सट्रोज और अन्य नेचुरल शुगर होते हैं। हालांकि डायबिटीज पेशेंट और पेट की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं वाले व्यक्तियों के लिए शहद उपयुक्त नहीं हो सकता है। इसके लिए अपने न्यूट्रीशनिस्ट या डॉक्टर से बात करें।
All Image Credit: Freepik.com