ICC Cricket World Cup 2023: भारत और बांग्लादेश मैच के बीच विराट कोहली ने एक शानदार शतक लगाकर टीम इंडिया को जीत दिलाई थी. इस मैच के 42वें ओवर में भारतीय टीम जीत के बेहद करीब थी, और विराट कोहली को शतक पूरा करने के लिए सिर्फ 3 रनों की जरूरत थी. उस वक्त बांग्लादेश के स्पिन गेंदबाज नसुम अहमद ने 42वें ओवर की पहली ही गेंद को लेग साइड में वाइड फेंक दी.
इस वाइड को देखकर कोहली हैरान हो गए और नसुम की ओर देखने लगे, लेकिन अंपायर रिचर्ड केटलरो ने उस गेंद को वाइड करार नहीं दिया. इस वजह से कोहली को शतक बनाने का मौका मिल गया. उसके बाद विराट ने एक और गेंद डॉट खेली और तीसरी गेंद पर एक छक्का लगाकर टीम इंडिया को जीत भी दिला दी और अपना 48वां शतक भी पूरा कर लिया. विराट कोहली के इस शतक और रिचर्ड केटलरो के वाइड ना देने पर सोशल मीडिया पर एक अलग बहस छिड़ गई है. कुछ लोगों का कहना है कि अंपायर ने जानबूझकर गलत फैसला दिया और कोहली को शतक पूरा करने का मौका दिया. आइए हम आपको इस अंपायर और वाइड के नियम के बारे में बताते हैं.
वाइड का नियम क्या कहता है?
एमसीसी के 22.4 नियम के मुताबिक अगर बल्लेबाज गेंद फेंकने के दौरान मूव कर रहा है, तो उस केस में वाइड नहीं दी जाती है. हालांकि, कोहली उस गेंद के दौरान मूव नहीं हुए थे, लेकिन शायद अंपायर को ऐसा लगा कि कोहली मूव कर रहे थे, इसलिए उन्होंने उस गेंद को वाइड नहीं दी होगी. लिहाजा, यह सिर्फ एक गलती हो सकती है.
रिचर्ड केटलरो के बारे में बात करें तो यह काफी लोकप्रिय अंपायर हैं. रिचर्ड इंग्लैंड के लिए फर्स्ट क्लास क्रिकेट भी खेल चुके हैं. इसके अलावा अंपायरिंग करियर की बात करें तो रिचर्ड ने अभी तक 112 टेस्ट मैच, 155 वनडे, और 51 टी20 मैचों में अंपायरिंग की है. रिचर्ड आईसीसी के कई टूर्नामेंट पर अंपायरिंग कर चुके हैं. महेंद्र सिंह धोनी के आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच यानी वर्ल्ड कप 2019 के सेमीफाइनल में धोनी जब रनआउट हुए थे, तब रिचर्ड ही लेग अंपायर थे.
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