सिनेमा प्रेमियों के लिए थिएटर किसी मंदिर से कम नहीं होता है.बेंगलुरु का प्रतिष्ठित कावेरी थिएटर भी पिछले 50 सालों से दक्षिण सिनेमा प्रेमियों का मनोरंजन कर रहा है, लेकिन अब इस थिएटर की सेवा समाप्त हो गई है. हाल में ही थिएटर ने तीन हफ्ते पहले अपनी गोल्डन जुबली मनाई है.
बेंगलुरु में स्थित यह कावेरी थिएटर पिछले 50 सालों से कन्नड़, तमिल, तेलुगु और हिंदी जैसी भाषाओं की फिल्में दिखा रहा है. इस थिएटर की शुरुआत 11 जनवरी, 1974 को डॉ. राजकुमार स्टारर फिल्म ‘बंगराडा पंजरा’ से हुई थी. वहीं अब 20 अप्रैल को ‘बड़े मियां छोटे मियां’ के साथ इसकी शानदार यात्रा समाप्त हो गई. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसकी जगह पर एक कमर्शियल कॉम्प्लेक्स बनाने की योजना बनाई जा रही है.
कावेरी थिएटर के मालिक प्रकाश नरसिम्हैया ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि पिछले पांच सालों से उनकी कमाई में बड़ी गिरावट आई है. यह थिएटर उन्हें अपने पिता नरसिम्हैया से विरासत में मिला था.
प्रकाश नरसिम्हैया ने बताया कि यह थिएटर दिवंगत साउथ स्टार पुनीत कुमार का पसंदीदा था. दिवंगत एक्टर ने अमिताभ बच्चन की 1975 की ब्लॉकबस्टर फिल्म दीवार की स्क्रीनिंग में भाग लिया. उन्होंने आगे कहा, ‘हमारे थिएटर में कई फिल्मी हस्तियां आती रही हैं – अमिताभ बच्चन, रजनीकांत और यश चोपड़ा, जबकि इसका उपयोग फिल्मों के सेट के रूप में भी किया जाता रहा है.
कावेरी थिएटर लगभग 1.5 एकड़ भूमि में फैला हुआ है. यह अपने विशिष्ट गोलाकार डिज़ाइन और विशाल पार्किंग स्थान के लिए जाना जाता है. इसमें 1,110 सीटें और एक मिनी-बालकनी शामिल थी.
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