अखंड प्रताप- नितेश सिन्हा, गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गजियाबाद में नमो भारत लोगों का कितना समय बचा रही है, इसका रीयल टाइम टेस्ट किया गया। हमारे अखबार एनबीटी की टीम ने ग्राउंड पर उतर कर इसको परखा और पाया कि नमो भारत ट्रेन साहिबाबाद से दुहाई डिपो तक तेजी से दौड़ रही है। इसे टाइम और पैसों की बचत वाला बताया जा रहा है। यही जानने का प्रयास किया गया। एक टीम वंदे भारत में सवार हुई और दूसर कार से निकली। ट्रैक पर दौड़ती ट्रेन और सड़क पर दौड़ती कार के बीच हुई इस पड़ताल का परिणाम चौंकाने वाला रहा। पड़ताल में टाइमिंग का अंतर देखने को मिला। कार से दुहाई डिपो तक पहुंचने में 30 मिनट का समय लगा, जबकि नमो भारत से 16 मिनट में दुहाई डिपो पहुंच गई। ट्रेन 150 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ रही थी। वहीं, त्योहार की वजह से सड़क मार्ग पर जाम नहीं था, इसलिए कार को टाइम थोड़ा कम लगा। इसके बावजूद ट्रेन से करीब 14 मिनट बाद कार दुहाई पहुंची।
सड़क मार्ग से ऐसे हुई यात्रा
साहिबाबाद से गाजियाबाद: टीम सुबह 9 बजकर 10 मिनट पर साहिबाबाद स्टेशन पर पहुंच गई। नमो भारत से और दूसरा साथी कार से 9 बजकर 21 मिनट पर रवाना हुआ। आमतौर पर वसुंधरा कट पर पीक आवर में जाम रहता है। सोमवार को यहां बहुत कम जाम था। कार स्मूथ चलती रही। मोहननगर तिराहे के पास पहुंचे तो थोड़ा जाम मिला। नरेंद्र मोहन हॉस्पिटल और अर्थला स्टेशन के बाहर भी अक्सर ऑटो और ई-रिक्शा की वजह से जाम रहता था। हिंडन पुल पर भी कई बार जाम देखने को मिलता था, लेकिन ज्यादा दिक्कत नहीं हुई।
गाजियाबाद से गुलधर: कार 9 बजकर 33 मिनट पर मेरठ तिराहे पहुंची। यहां पर भी बहुत अधिक जाम नहीं मिला। आम दिनों में यहां पीक आवर में वाहन रेंगकर चलते हैं। इसे पार करने में 5 से 10 मिनट का समय लग जाता है। हम 2 मिनट में ही इसे पार कर गए। मेरठ रोड से होते हुए नंदग्राम कट, पटेलनगर कट, आंबेडकर रोड कट, सिहानी चुंगी कट, मेरठ रोड इंडस्ट्रियल एरिया कट और राजनगर एक्सटेंशन फ्लाईओवर पर कुछ जगह पर यूटर्न लेने वाले वाहनों की वजह से हल्का जाम लगा। गाड़ी की स्पीड को धीमा करना पड़ा।
गुलधर से दुहाई: गुलधर स्टेशन पर कार 9 बजकर 39 मिनट पर पहुंची। इस स्टेशन के नीचे ऑटो और ई-रिक्शा की वजह से जाम रहता है, क्योंकि राजनगर एक्सटेंशन की सभी सवारियां यहीं पर उतरती हैं। छुट्टी की वजह से कम जाम रहा। भट्टा नंबर-5 के कट पर कुछ जाम मिला। यूटर्न के लिए बनाए गए कट पर कई जगह पर वाहनों के मुड़ने की वजह से कार की स्पीड धीमी हुई।
दुहाई से दुहाई डिपो: दुहाई स्टेशन पर कार 9 बजकर 46 मिनट पर पहुंच गई। स्टेशन से मुश्किल से 100 मीटर चलने पर वाहनों के लिए रास्ता बाएं तरफ कट जाता है। यह सीधे दुहाई डिपो की तरफ से जाता है। खाली रास्ता रहता है। यहां जाम की नौबत नहीं आती है। 5 मिनट बाद ही हम दुहाई डिपो स्टेशन पहुंच गए। इस यात्रा में कुल 30 मिनट का समय कार से लगा।
ट्रेन मार्ग से सफर आसान
9 बजकर 18 मिनट पर बाइक से साहिबाबाद के रैपिड रेल स्टेशन पहुंचे, यहां पार्किंग में बाइक खड़ी कर काउंटर पर गए। ट्रेन ठीक 9 बजकर 21 मिनट पर चल गई। ट्रेन में 2 दिनों की अपेक्षा में पैसंजर बेहद कम नजर आए। सीटें खाली थी। कुछ मुसाफिर परिवार के साथ थे, जो सेल्फी लेते हुए नजर आए।
दुहाई डिपो के बाद ठंड हुई महसूस
दुहाई डिपो के बाहर उतरकर जायजा लेने पर हर तरफ खेत व हरियाली नजर आई। कुछ लोग जिनमें ग्रामीण थे, वे स्टेशन देखने के लिए पहुंचे थे। स्टेशन के बाहर कुछ लोग इसी पेड़ को बताकर लोकेशन पर आने के लिए कहते सुने।
स्टेशन आगमन
साहिबाबाद: 9:21 बजे
गाजियाबाद: 9:25 बजे
गुलधर: 9:29 बजे
दुहाई: 9:34 बजे
दुहाई डिपो: 9:37 बजे
फैक्ट फाइल:
वाहन | दूरी | खर्च | समय |
कार | 20.6 किलोमीटर | 80 से 100 रुपये | 30 से 50 मिनट |
ऑटो | 20.6 किलोमीटर | 50 रुपये | एक घंटा |
कैब | 20.6 किलोमीटर | 200 से 400 रुपये | 30 से 50 मिनट |
नमो ट्रेन | 17 किलोमीटर | 50 से 100 रुपये | 15 से 16 मिनट |